उदयपुर। हिंदुस्तान जिंक द्वारा बिछड़ी गांव में हिंदुस्तान जिंक एवं बायफ संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में समाधान परियोजना के तहत किसान सम्मेलन आयोजित किया गया।
सम्मेलन में देबारी के निदेशक लीलाधर पाटीदार ने कहा कि समय के साथ किसान पारंपरिक खेती को बदलें जिससे उनकी आमदनी में बढ़ोतरी हो सके। किसान सब्जियों फलों की खेती करें जिससे उनकी आय बढ़ सके। कार्यक्रम में महाराणा भूपाल एग्रीकल्चर कॉलेज के वैज्ञानिक कपिला आमेटा ने कहा कि खेती के बारे में कोई भी कितनी ही जानकारी दे दे लेकिन जब तक किसानों की भागीदारी नहीं होगी, किसान आगे नहीं बढ़ पाएगा। किसानों ने गेहूं मक्का बोने का जो मानस बना रखा है उसे समय के साथ बदल कर अन्य उत्पादनो की खेती करें। अधिक उत्पादन के लिए अच्छे बीज एवं जैविक खाद का उपयोग करें। कार्यक्रम में खेती में अच्छे कार्य करने वाले किसानों को कृषि उपकरण देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर देबारी स्मेल्टर के सीएसआर से अधिकारी शिव भगवान, बायफ संस्थान के संकुल प्रभारी रसिक भाई पटेल, डॉ नारायणलाल पटेल, कृषि पर्यवेक्षक प्रेमशंकर पालीवाल, सरपंच धर्मीबाई गमेती, चुन्नीलाल डांगी, भेरूलाल डांगी सहित 60 से अधिक किसान उपस्थित थे।