उदयपुर। पेसिफिक इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (पिम्स) हॉस्पिटल उमरड़ा में चिकित्सकों ने एक बालिका की भोजननली की सफल सर्जरी की है।
चेयरमेन आशीष अग्रवाल ने बताया कि बड़ीसादड़ी निवासी सात वर्षीया बालिका के दो वर्ष पूर्व गलती से तेजाब पीने के कारण उसकी भोजननली को गंभीर नुकसान हुआ था। ऊपरी हिस्से में बहुत ज्यादा संकरापन हो गया था जिससे उसे खाने-पीने में बेहद कठिनाई होती थी। वर्तमान में कुछ भी निगलना असंभव हो गया था। बालिका के परिजनों ने अन्य अस्पतालों में भी उपचार करवाया परन्तु कोई सुधार नहीं हुआ। गत दिनों बालिका को पिम्स हॉस्पिटल उमरड़ा में लाया गया। यहां पीडियाट्रिक सर्जन डॉ. अतुल मिश्रा ने बालिका की जांच की और ऑपरेशन करने का निर्णय लिया। परिजनों को सर्जरी के खतरे से अवगत कराया गया। लगभग साढ़े तीन चले इस जटिल ऑपरेशन में प्रोजन नली के संकरेपन को दूर करके इसे दोबारा जोड़ा गया। ऑपरेशन के बाद अब बालिका के खाने-पीने में सुधार हो रहा है और वह स्वस्थ है।
इस जटिल ऑपरेशन में डॉ. मिश्रा के साथ निश्चेतना विभाग की डॉ. पीनु राणावत, डॉ. गर्विता, डॉ. अभ्युदय, व पीडियाट्रिक विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. विवेक पाराशर, डॉ. राहुल खत्री एवं स्टाफ अरुण, उदय, कुलदीप, धीरज, जीशान, मेहनाज, मुदसिर, मुजफर व टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। डॉ. मिश्रा ने बताया कि पिम्स हॉस्पिटल, उमरड़ा सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है व बच्चों के विभिन्न जटिल बीमारियों के उपचार चिरंजीवी, आरजीएचएस इत्यादि सरकारी योजनाओं के तहत नि:शुल्क होता है। डॉ. मिश्रा ने अभिभावकों से तेजाब, फिनाईल इत्यादि घातक चीजों को बच्चों की पहुंच से दूर रखने की अपील की ताकि अन्य मासूम बच्चों को ऐसी परेशानी से नही गुजरना पड़े।
पिम्स हॉस्पिटल में भोजननली की सफल सर्जरी
