एयरपे द्वारा संचालित राजस्थान सरकार की ई-गवर्नेंस परियोजना ने 15 लाख से ज्यादा लेनदेन का माइलस्टोन पार किया

उदयपुर। भारत के एकीकृत ओमनी चैनल वित्तीय सेवा प्लेटफॉर्म- एयरपे पेमेंट सर्विसेस ने राजस्थान सरकार की महत्वाकांक्षी ई-गवर्नेंस और सशक्तिकरण पहल ई-मित्र को ताकतवर बनाते हुए 15 लाख से ज्यादा लेनदेन करने की बड़ी उपलब्धि हासिल की है। एयरपे महामारी फैलने के दौरान अप्रैल 2020 में ही ई-मित्र प्लेटफॉर्म के साथ जुड़ गई थी, जिससे राजस्थान के नागरिकों का जीवन बेहतर बनाने में यह पहल सामयिक और प्रभावी सिद्ध हुई। ई-मित्र प्लेटफॉर्म पर एयरपे द्वारा संचालित आरंभिक परियोजनाओं में शामिल यह पहल मुख्यमंत्री कोविड राहत कोष में निर्बाध रूप से सुविधा-शुल्क रहित योगदान करने का सुभीता प्रदान कर रही थी। अपनी भुगतान संग्रह प्रौद्योगिकी की बदौलत एयरपे ने राजस्थान सरकार के 100 से ज्यादा विभागों को ई-मित्र प्लेटफॉर्म से जोडऩे में सक्षम बनाया। इसके बाद कंपनी ने इस प्लेटफॉर्म पर अपनी सेवाओं के गुलदस्ते का विस्तार किया, जिसमें विभागों को पेमेंट गेटवे सेवाओं की पेशकश तथा ई-मित्र कियोस्क नेटवर्क के माध्यम से एईपीएस-आधारित नकद निकासी के लिए घरेलू धन हस्तांतरण जैसी कई सेवाएं शामिल हैं।
एयरपे के संस्थापक एवं एमडी कुणाल झुनझुनवाला ने कहा कि एयरपे में यह भागीदारी हमारे लिए खास है। यह भागीदारी एक अभूतपूर्व दौर में संपन्न हुई तथा इसने अभूतपूर्व महामारी के दौरान ही वित्तीय सेवाओं तक राज्य के नागरिकों की पहुंच बनाई। इसने सरकारी विभागों को डिजिटल-फस्र्ट वातावरण के अनुकूल बनने में भी मदद की। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि भारत को डिजिटाइज करने की दिशा में एक भरोसेमंद भुगतान प्रौद्योगिकी भागीदार के रूप में अपनी क्षमता का प्रदर्शन करके इसने एक विश्वसनीय प्रभाव छोड़ा है। ई-मित्र में लागू की गई मूल प्रौद्योगिकी हमारे प्रमुख उत्पाद- एयरपे व्यापार के रूप में भी विकसित हुई। हमें अपनी टीम के प्रयासों और राजस्थान के सभी सरकारी विभागों से मिले हर तरह के समर्थन पर गर्व है। अब हम विभिन्न राज्य सरकारों को प्रौद्योगिकी से जोडऩा चाहते हैं, ताकि वे भागीदार बनने तथा आगे बढऩे के लिए अपनी-अपनी संबंधित ई-गवर्नेंस,सशक्तीकरण पहलों को और ज्यादा विकसित करने के अवसर प्राप्त कर सकें। आज एयरपे राजस्थान के सभी ई-मित्र केंद्रों को उत्पादों का विशाल गुलदस्ता पेश करने के साथ ही केंद्रों के मालिकों और राज्य सरकार, दोनों के लिए बेहतर राजस्व उगाही के दम पर सशक्त बना रही है। ई-मित्र राज्य सरकार द्वारा कई निजी संस्थाओं के साथ मिलकर एक समर्पित, पारदर्शी और व्यावहारिक तंत्र खड़ा करने के लिए एक ही छत के नीचे राज्य की 300 से ज्यादा प्रदान करने योग्य सेवाओं के बल पर समुदाय की सहायता करने हेतु शुरू की गई पहल है। इस पहल के तहत सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने की जरूरत खत्म करके लोगों को विभिन्न सरकारी विभागों से संबंधित सेवाएं प्रदान करने के लिए शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में ई-मित्र काउंटर या कियोस्क स्थापित किए गए हैं।
संदेश नायक आईएएस (आयुक्त एवं संयुक्त सचिव, आईटी एवं संचार विभाग तथा एमडी, राज कॉम्प इंफो सर्विस लि., राजस्थान सरकार) ने बताया कि महामारी के दौरान डिजिटल पेमेंट्स में उछाल आया। यह हर किसी के उपयोग करने लायक एक सुरक्षित, विश्वसनीय और सरल प्रणाली के माध्यम से ही संभव हो सकता था। एयरपे ने लोगों को अनेक भुगतान विकल्प उपलब्ध कराते हुए पेमेंट ट्रांसफर को आसान बनाने में व्यापक योगदान दिया है और अपने भागीदार के रूप में एयरपे को पाकर हम बेहद खुश हैं।
डीओआईटी एंड सी और ओआईसी- ई-मित्र के टेक्निकल डाइरेक्टर आर.के. शर्मा ने कहा कि एयरपे के साथ हमारी सहभागिता के बाद से एयरपे ने मनी ट्रांसफर सेवाओं के तहत पांच लाख से ज्यादा लेनदेन किए हैं। एयरपे द्वारा प्रदान की जाने वाली विभिन्न प्रकार की सेवाओं ने न केवल नागरिकों को सहूलियतें प्रदान की हैं, बल्कि कियोस्क धारकों के लिए राजस्व पैदा करने के अवसर भी बढ़ाए हैं। फिलहाल एयरपे भारत के 549 जिलों, 37 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में स्थित 5,424 गांवों के 35 लाख से ज्यादा उपभोक्ताओं को बैंकिंग और वित्तीय सेवाएं प्रदान करती है। इसके साथ-साथ कंपनी आगे चलकर अपनी वैश्विक उपस्थिति को मजबूत करने के लिए मध्य पूर्व और अफ्रीकी बाजारों पर नजर बनाए हुए है।

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