जिंक द्वारा आयोजित शिक्षा संबल समर कैम्प सम्पन्न

एक माह में 1500 से अधिक विद्यार्थी शैक्षणिक, कौशल विकास, खेलकूद और सांस्कृतिक गतिविधियों से हुए लाभान्वित
उदयपुर। शिक्षा संबल कार्यक्रम के तहत ग्रामीण प्रतिभाओं के लिए हिन्दुस्तान जिंक द्वारा आयोजित एक माह के समर कैंप में 1500 से अधिक छात्र-छात्राओं ने शैक्षणिक, कौशल विकास, खेलकूद एवं सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेकर लाभान्वित हुए। महीने भर चलने वाले ग्रीष्मकालीन शिविर में उदयपुर में 3 आवासीय शिविर और 6 स्थानों जावर, देबारी, दरीबा, चंदेरिया, अगुचा और अजमेर में 12 गैर-आवासीय शिविर आयोजित किए गए। शिक्षा संबल कार्यक्रम का समापन समारोह विद्याभवन सोसायटी उदयपुर के आॅडिटोरियम में संास्कृतिक कार्यक्रम के साथ संपन्न हुआ।


इस अवसर पर मुख्य अतिथि जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने कहा कि हिन्दुस्तान जिं़क द्वारा शिक्षा संबल कार्यक्रम के तहत् बच्चों को शिक्षण हेतु किये गये प्रयास सराहनीय है। उन्होंने कहा कि हमारा देश अनेकता में एकता का उदाहरण प्रस्तुत करता है एवं विभिन्नताओं के बावजूद हमारा देश एक है। समर कैम्प के माध्यम से बच्चों में संकोच की प्रवृति दूर होगी और उनका सर्वागीण विकास होगा।
समापन समारोह के मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा, विशिष्ट अतिथि हिन्दुस्तान जिंक के डिप्टी सीईओ कृष्णमोहन नारायण और डिप्टी सीएचआरओ मुनीश वासुदेव थे। इस अवसर पर सीईओ जिला परिषद सलोनी खेमका, हिंदुस्तान जिंक के हेड चीफ आॅपरेटिंग एक्जीक्यूटीव माइनिंग प्रवीण शर्मा, हेड सीएसआर अनुपम निधि, एसबीयू निदेशक जिंक स्मेल्टर देबारी मानस त्यागी, विद्या भवन के कार्यकारी समिति के अन्य सदस्यों के साथ विद्या भवन के सीईओ अनुराग प्रियदर्शी भी उपस्थित थे।


समापन समारोह में विद्यार्थियों ने पूरे माह सीखी गई विभिन्न जानकारियों को प्रदर्शित व प्रस्तुत किया और अपने अनुभव अतिथियों के साथ साझा करते हुए एक माह से घर से दूर रहने वाले छात्र ने बताया कि वह कैंप से घर नहीं लौटना चाहते। उन्होंने कहा कि यह बेहद खुशी का क्षण था क्योंकि उन्होंने बहुत कुछ सीखा है और बहुत कुछ हासिल किया है लेकिन साथ ही दुख का क्षण भी है क्योंकि शिविर समाप्त हो रहा है।
गत माह के दौरान, आवासीय शिविरों ने छात्रों के लिए पोषण एवं शैक्षणिक वातावरण प्रदान किया, जिससे वे अपनी क्षमता का पता लगाने और अपने भविष्य के लिए एक मजबूत नींव बनाने में सक्षम हुए। छात्रों को विज्ञान, गणित और अंग्रेजी के पढ़ने और लिखने के साथ-साथ विभिन्न गतिविधियों में भाग लेने का अवसर मिला। ग्रीष्मकालीन शिविर विभिन्न पृष्ठभूमि और क्षेत्रों के छात्रों के एक विविध समूह को एक साथ लाते हैं, एकता और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देते हैं।
शिक्षा के प्रति हिन्दुस्तान जिंक की प्रतिबद्धता इन शिविरों के साथ ही शैक्षिक बुनियादी ढांचे को बढ़ाने और क्षेत्र में शैक्षिक उत्कृष्टता को सहयोग करने हेतु तत्पर है। 2008 में हिंदुस्तान जिंक द्वारा शुरू किए गए शिक्षा संबल कार्यक्रम का उद्देश्य 66 सरकारी स्कूलों में सीखने के माहौल को मजबूत करना है और इस तरह विज्ञान, अंग्रेजी और गणित जैसे विषयों पर विशेष ध्यान देने के साथ वैचारिक स्तर पर अपने ज्ञान को मजबूत करके ग्रामीण छात्रों की सीखने की क्षमता में सुधार करना है। हर वर्ष उनके कार्यान्वयन सहयोगी विद्या भवन, उदयपुर के साथ, कार्यक्रम 6 वीं से 12 वीं कक्षा के 8000 से अधिक छात्र लाभान्वित हो रहे है। छात्रों के सीखने और परिणामों में सुधार के लिए यह कार्यक्रम प्रयोगशालाओं, पुस्तकालयों को सक्रिय कर, शैक्षणिक समर और विंटर कैंप, वाचन मेला आदि जैसे नवीन पहलुओं के माध्यम से स्कूलों में सीखने के माहौल को बढ़ाने पर केंद्रित है

Related posts:

पिम्स, उमरड़ा में एनआरपी (नीयोनेटल रिससिटेशन प्रोग्राम) वर्कशॉप आयोजित
भाजपा शासन ने आलिया मालिया और जमालिया की घुसपैठ रोकी : गृहमंत्री अमित शाह
मुख स्वास्थ्य जागरूकता सप्ताह सम्पन्न
समाजसेवी मल्हारा ने मृत्यु उपरांत देहदान और नेत्रदान किया
श्री मुनिसुव्रत स्वामी जिनालय में पर्यूषण महापर्व पर धर्म आराधना संपन्न
अन्तर्राष्ट्रीय अवार्ड समारोह 2023
नारायण सेवा में दिव्यांग कन्याओं के निःशुल्क ऑपरेशन शुरू
इंजी. पुरुषोत्तम पालीवाल अध्यक्ष एवं इंजी. पीयूष जावेरिया मानद सचिव निर्वाचित
Motorola launches razr 40 ultra and razr 40
एचडीएफसी बैंक और कर्नाटक सरकार में एमओयू
हिन्दुस्तान जिंक द्वारा किसानों के लिये कृषि सेवा केंद्र का शुभारंभ
पिम्स हॉस्पिटल में वृद्ध महिला के फेंफड़े की जटिल बीमारी का सफल उपचार

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *