उदयपुर। तेरापंथ धर्मसंघ के 158वें मर्यादा महोत्सव पर मेवाड़ के लिए कई खुशखबरियां आयी हैं। जैन श्वेताम्बर तेरापंथी महासभा ज्ञानशाला प्रकोष्ठ द्वारा देशभर के 22 अंचलों के ज्ञानशाला के क्षेत्र में उल्लेखनीय कर्तृत्वों के लिए विशिष्ट पुरस्कारों की घोषणा राष्ट्रीय संयोजक सोहनराज चोपड़ा ने की।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2019 के लिए चार वर्षों से आंचलिक संयोजिका रही श्रीमती रितु धोका को विशिष्ट ज्ञानशाला आंचलिक संयोजिका घोषित किया गया। श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा उदयपुर को विशिष्ट सभा, उत्तम ज्ञानशाला के तौर पर सुन्दर कॉलोनी कांकरोली ज्ञानशाला व जाह्नवी कावडिय़ा आसींद को श्रेष्ठ ज्ञानार्थी घोषित किया गया। वहीं 2020 के लिए आसींद ज्ञानशाला को विशिष्ट ज्ञानशाला व हेतल नोलखा-दौलतगढ़ को श्रेष्ठ ज्ञानार्थी मनोनीत किया गया।
तेरापंथ सभा मंत्री विनोद कच्छारा ने बताया कि मेवाड़ की झोली में इतने पुरस्कारों का आना जहां आंचलिक संयोजिका के पुरुषार्थ व समर्पण का अंकन है वहीं भविष्य के प्रति हमें ओर सतर्क रहने का दायित्व बोध करवाती है। आंचलिक संयोजिका ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय गुरुकृपा चारित्रात्माओं का आशीर्वाद, क्षेत्रिय संयोजिका की सक्रिय सहभागिता व स्थानीय ज्ञानशालाओं के समर्पण को देते हुए सभी का आभार ज्ञापित किया।