आचार्य महाश्रमण युगप्रधान अलंकरण व षष्टीपूर्ति समारोह सम्पन्न
उदयपुर। तेरापंथ धर्म संघ के एकादशम अनुशास्ता आचार्य महाश्रमण के युगप्रधान अलंकरण व षष्टिपूर्ति समारोह का सफल आयोजन हुआ। समारोह में शासनश्री मुनि सुरेशकुमार ‘हरनावा’ ने कहा कि सदियों तक धरती तपस्या करती है तब कहीं धरती पर आचार्य महाश्रमण जैसे विरल व्यक्तित्व जन्म लेते हैं। संवत्सरी एकता अहिंसा यात्रा के लिए आचार्य महाश्रमण द्वारा उठाए कदम भावी पीढ़ी के लिए दुर्लभ दस्तावेज बन गए हैं। तेरापंथ के वे इकलौते आचार्य हैं जिन्होंने दो बार विदेश यात्रा की। आचार्यश्री महाश्रमण दीर्घजीवी शतायु हो यही मन की मंगल कामना और वर्धापना है। इस अवसर पर मुनिश्री ने ‘तुम विश्व विजयी बन उतरे’ गीत से आचार्य प्रवर की अभिनंदना की।
मुनिश्री संबोधकुमार ‘मेधांश’ ने अपने कहा कि जीवन वही जो उजालों को भरकर जिया जाए। आचार्य महाश्रमण रोशनी का पावर बैंक है। जीवन के आसपास जब भी अंधेरे पलते, आचार्य महाश्रमण का दो पल का सान्निध्य उजालों से सराबोर कर देता है। पांव-पांव चलकर गांव-गांव धरती का यह सूरज धरती का दर्द पिघालने के लिए प्रतिबंध है। आचार्य की अभिवंदना उनके कहे अक्षर-अक्षर को अपनी सांस के अहसास में बोकर हो, यह इस श्रण की सिद्धि है।
राजसमंद विधायक श्रीमती दीप्ति माहेश्वरी ने कहा कि आचार्य महाश्रमण के दर्शन मात्र से ऊर्जा मिलती है। मेरा जन्म माहेश्वरी परिवार में हुआ और विवाह जैन परिवार में हुआ। जैनदर्शन धर्म नहीं जीवन शैली है। आचार्य महाश्रमण के विचारों को हम जी सके यही इस समारोह की सिद्धि है। राजनीति में आचार्यश्री महाश्रमण के विचारों को लागू कर दिया जाए तो लोकतंत्र की तस्वीर बदल सकती है।
अतिरिक्त देवस्थान विभाग राजस्थान आयुक्त ओ.पी. जैन ने कहा कि आचार्य महाश्रमण विश्व के वे महान संत हैं जो आत्मा के दर्शन को सहजता से शब्दों में पिरो देते हैं। आचार्य महाश्रमण सद्भावना, नैतिकता, नशा मुक्ति का महान उद्देश्य लिए हुए अहिंसा यात्रा की सिद्धि कर इस युग के युयुत्सु और विवेकानंद हैं।
तेरापंथ सभा अध्यक्ष अर्जुनलाल खोखावत, सभा मंत्री विनोद कच्छारा, अभातेयूप जेटीएन प्रभारी अभिषेक पोखरना, अभातेयुप राष्ट्रीय सदस्य अजीत छाजेड़, अध्यक्ष मनोज लोढ़ा, अध्यक्ष मुकेश, महिला मंडल अध्यक्षा सीमा पोरवाल, अनुज समिति मंत्री राजेंद्र सेन, जैन सोशल ग्रुप मंत्री सुभाष मेहता, प्रवासी एकता सहसंपादक श्रोहित चौधरी, ज्ञानशाला संयोजिका सुनीता बैंगानी ने आचार्य की अभ्यर्थना की। इस मौके पर निवर्तमान न्यायाधीश हिमांशुराय नागौरी, युवा होराइजन संपादक राजीव सुराणा, पार्षद रुचिका चौधरी, चंद्रकला बोलिया, जैन सोशियल मेवाड़ रीजन के अध्यक्ष मोहन बोहरा आदि उपस्थित थे।
मुनि संबोधकुमार ‘मेधांश’ द्वारा आचार्य महाश्रमण की अभिवंदना में 60 धुनों में 60 गीतों की प्रस्तुति हेतु निर्मित पोस्टर का अतिथियों व संस्था पदाधिकारियों द्वारा विमोचन किया गया। यह कार्यक्रम 11 मई को 11 बजकर 11 मिनिट से प्रतिदिन जय जय जिनशासन यूट्यूब चैनल पर प्रसारित होगा।
समारोह में तेरापंथ महिला मंडल की 60 महिलाओं ने समूहगान द्वारा आचार्य महाश्रमण के चरणों में अभिवंदना अर्पित की। तेरापंथ कन्या मण्डल ने समूहगान व सिद्धान्तसिंह राव ने सुमधुर गीत से आचार्य की दीर्घजीविता की मंगलकामना व्यक्त की। इस अवसर पर विगत दिनों षष्टीपूर्ति के उपलक्ष्य में आयोजित ऑनलाइन प्रतियोगिता में विजेता रहे शीर्ष 11 सदस्याओं को तेरापंथ महिला मंडल द्वारा पुरष्कृत किया गया। शासनश्री साध्वी गुणमाला के भीलवाड़ा प्रवास के दौरान संथारापूर्वक महाप्रयाण पर चार लोगस्स का ध्यान कर श्रद्धांजलि दी गई।