उदयपुर। महाराणा मेवाड़ चौरिटेबल फाउण्डेशन, उदयपुर द्वारा संचालित सिटी पैलेस संग्रहालय में संग्रहित विभिन्न जीवंत धरोहरों और उनके इतिहास से रू-ब-रू होने, नई दिल्ली के भारतीय विरासत संस्थान के संरक्षण विभाग के 3 संकायों के 21 विद्यार्थियों ने दो दिवसीय विशेष दौरा, संस्थान के विभागाध्यक्ष डॉ. सतीश पाण्डे के निर्देशन में पूर्ण किया।
महाराणा मेवाड़ चौरिटेबल फाउण्डेशन, उदयपुर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. मयंक गुप्ता ने बताया कि फाउण्डेशन मेवाड़ की जीवंत विरासत और उसके वैभवशाली इतिहास पर शिक्षा सम्बन्धी वर्ष में कई कार्यक्रम, संगोष्ठियों आदि आयोजित करता है। इसी क्रम में भारतीय विरासत संस्थान के विद्यार्थियों को सिटी पैलेस के भ्रमण के दौरान उदयपुर के 450 वर्षों के इतिहास की संक्षिप्त जानकारी के साथ संग्रहालय की विभिन्न ऐतिहासिक गैलेरियों में प्रदर्शित धरोहर पर म्यूजियम की कंजर्वेटर अनुजा मुखर्जी और भाषा शाह ने प्रकाश डाला।
सिटी पैलेस के सलेहखाना जहाँ शस्त्र प्रदर्शित है, पर प्रोजेक्ट विभाग के राहुल शुक्ला ने उसके निर्माण, जीर्णोद्धार, रखरखाव आदि पर महत्वपूर्ण जानकारियां दी, वहीं सिटी पैलेस के एसोसिएट क्यूरेटर डॉ. हंसमुख सेठ ने जनाना महल स्थित मूर्तिकक्ष, पेंटिग्स गैलेरी और सबसे खास ‘लाइफ इन जनाना’ गैलेरी में प्रदर्शित हमारी सांस्कृतिक धरोहर के इतिहास और उसकी महत्वता को बताया। संग्रहालय में रखे प्राचीन फोटोग्राफ्स के रख-रखाव व उनके संरक्षण पर म्यूजियम के संरक्षक और पुरालेखपाल प्रशांत लौहार ने प्रकाश डाला।
भारतीय विरासत संस्थान के विद्यार्थियों का सिटी पैलेस म्यूजियम उदयपुर में दो दिवसीय दौरा
