उदयपुर। हिन्दुस्तान जिंक द्वारा विश्व कुष्ठ रोग उन्मूलन दिवस पर अपनी इकाइयों के विभिन्न स्थानों जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए जिसमें करीब 475 से अधिक लोग लाभान्वित हुए। यह दिवस कुष्ठ रोग के प्रति जागरूकता बढ़ाने और इससे सम्बन्धित भ्रांतियां और भेदभाव को समाप्त करने का संदेश देता है। यह एक संक्रामक पुरानी बीमारी है जो आमतौर पर तंत्रिका तंत्र एवं पैरों-हाथों और चेहरे को प्रभावित करती है।
इन जागरूकता सत्रों में कुष्ठ रोग क्या है, इससे किसको खतरा हो सकता है, यह कैसे फैलता है के प्रति लोगों में भ्रांतियों को दूर किया गया। साथ ही इसकी रोकथाम के उपाय, उपचार, संक्रमण के बाद के लक्षण, किन से नहीं फैलता है तथा कुष्ठ रोग की जटिलताओं की जानकारी दी गई। कार्यक्रम में दरीबा के तीन गांवों कोटड़ी, शिवपुरा एवं रघुनाथपुरा में 180, कायड़ के चार गांवों पदमपुरा, चचियावास, गगवाना और कायड़ में 175 और देबारी के तीन स्थानों पृथ्वीसिंह का खेड़ा, पावर हाउस चैराहा और जिंक चैराहा पर 120 सहित कुल 475 लोगों को कुष्ठ रोग के प्रति जागरूक किया गया।