उदयपुर। ज़ेबिया अकादमी ने हाल ही में सर पदमपत सिंघानिया विश्वविद्यालय (एसपीएसयू) के साथ अपनी साझेदारी की घोषणा की है। इस साझेदारी के तहत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग (एमएल) में विशेषज्ञता के साथ 4 वर्षीय बी.टेक सीएसई कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है। यह सहयोग विश्वविद्यालय के उद्योग के लिए तैयार दुनिया के सपने को साकार करने में मदद करेगा।
एसोसिएशन के बारे में ज़ेबिया अकादमी के निदेशक बृजेश कोहली ने बजाया कि ज़ेबिया अकादमी का लक्ष्य इंजीनियरिंग को एक ऐसा भविष्य बनाना है जहां हर छात्र का कौशल अपने सर्वोत्तम रूप में उभर कर सामने आए। हर छात्र सिर्फ सैद्धांतिक ज्ञान में ही निपुण न हो बल्कि वह व्यावहारिक ज्ञान में भी उत्कृष्ट बने। कोई छात्र तैनाती के लिए एक विशेषज्ञ के रूप में तभी तैयार हो सकता है जब उद्योग और शिक्षा के बीच की खाई को पाट दिया जाए। हमारे पाठ्यक्रम हमेशा वर्तमान परिदृश्य और भविष्य के रोडमैप की आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार किए जाते रहे हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि हमारे छात्रों को फ़ाइव—फग़िर जॉब मिले हम उन्हें बहुत सावधानी से तैयार करते हैं।

उन्होंने कहा कि ज़ेबिया एआई और एमएल को पाठ्यक्रम में शामिल करने अध्ययन सामग्री बनाने और छात्रों को व्यावहारिक शिक्षा के माध्यम से नौकरी के लिए तैयार करने के लिए रीयल-टाइम प्रोजेक्ट बनाने के लिए फ़ैकल्टी के साथ काम करेगा।
सर पदमपत सिंघानिया विश्वविद्यालय के डीन स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग डॉ अरुण कुमार ने इस सहयोग के पीछे के दर्शन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हम हमेशा एसपीएसयू में उद्योग के लिए उपयुक्त वर्क फ़ोर्स बनाने पर ध्यान केंद्रित करते रहे हैं और हमने ऐसे कार्यक्रम तैयार और वितरित किए हैं जो हमारे छात्रों को उद्योग के लिए तैयार नौकरी बनने में मदद करते हैं। भारत में तकनीकी शिक्षा का जो तरीका माना जाता है इस तरह के सहयोग उस तरीके को परिष्कृत करके हमें बेहतर कल बनाने में मदद करते हैं। पारंपरिक बी.टेक पाठ्यक्रम में आधुनिक तकनीकों को जोडऩे से न केवल हमारे छात्रों को प्रतिस्पर्धा में बढ़त मिलेगी बल्कि उन्हें उद्योग के लिए तैयार होने में लगने वाले समय को बचाने में भी मदद मिलेगी।