उदयपुर में जन्मे युगांडा के बिजनेस लीडर- राजेश चपलोत युगांडा के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित

उदयपुर। विशिष्ट अप्रवासी भारतीय (एनआरआई) कारोबारी राजेश चपलोत को युगांडा के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार (गोल्डन जुबली मेडल-सिविलयन्स) से सम्मानित किया गया। कंपाला में हाल ही में हुए समारोह के दौरान यह पुरस्कार युगांडा के माननीय राष्ट्रपति योवेरी मूसेवेनी ने प्रदान किया। श्री चपलोत को यह पुरस्कार व्यापार-वाणिज्य को बढ़ावा देने, समाज सेवा और भारत-युगांडा के संबंधों को बेहतर बनाने के क्षेत्र में अर्जित महत्वपूर्ण उपलब्धियों के लिए दिया गया।
राजस्थान में उदयपुर के मूल निवासी चपलोत ने विदेशों में रह रहे भारतीयों के लिए सर्वोच्च पुरस्कार, प्रवासी भारतीय सम्मान से भी सम्मानित होने का गौरव हासिल किया है। उन्हें पिछले वर्ष वाराणसी में भारत के महामहिम राष्ट्रपति माननीय रामनाथ कोविंद ने सम्मानित किया था।
युगांडा के राष्ट्रपति से यह पुरस्कार हासिल करने के बारे में राजेश चपलोत ने कहा कि मैं अपनी जन्मभूमि (भारत) और कर्मभूमि (युगांडा), दोनों जगह के माननीय राष्ट्रपति से पुरस्कार प्राप्त कर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं इस मौके पर अपने दोस्तों, परिवार और साथियों को धन्यवाद देना चाहता हूं, जो युगांडा में 2 दशक से ज्यादा के शानदार सफर में मेरे साझीदार बने और मेरा समर्थन किया। मैं इस दिशा में आगे बढ़ते हुए, चाहे वह किसी भी तरीके से हो, न केवल अपनी कर्म भूमि-युगांडा, बल्कि जन्म भूमि-भारत के लिए भी सकारात्मक योगदान देने का प्रयास करता रहूंगा।
उदयपुर के मूल निवासी राजेश चपलोत संपतलाल और श्यामादेवी चपलोत के सुपुत्र हैं। उनके दो भाई, डॉ. चंदर चपलोत और दिलीप चपलोत उदयपुर में ही रहते हैं। श्री चंदर ईएनटी स्पेशलिस्ट हैं, जबकि दिलीप मैकेनिकल इंजीनियर हैं। उनके तीसरे भाई प्रकाश चपलोत अमेरिका में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं।
राजेश चपलोत ने अपनी स्कूली शिक्षा उदयपुर के सेंट पॉल स्कूल से हासिल की। इसके बाद उन्होंने दिल्ली स्थित द इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेट्स ऑफ इंडिया से सीए की डिग्री ली। 1996 में श्री चपलोत भारत से अफ्रीका चले गए। पहले वे कांगो गए और दो साल बाद युगांडा चले गए। उन्होंने अपनी महत्वपूर्ण उपलब्धियों में विदेश में भारतीय परचम को बुलंद रखा है।
मौजूदा दौर में श्री चपलोत युगांडा और कांगो में अलग-अलग कंपनियों और व्यापार संघों का नेतृत्व कर रहे हैं। वे इन कंपनियों और बिजनेस एसोसिएशन्स में अलग-अलग भूमिकाओं में हैं। उन्हें कई कंपनियों में प्रबंध निदेशक, सीईओ, निदेशक और बोर्ड मेंबर के पद पर नियुक्त किया गया है। वह युगांडा की इंडियन एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष और वहां की इंडियन बिजनेस फोरम के महासचिव भी रह चुके हैं। इसके अलावा वह युगांडा के मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के बोर्ड मेंबर के पद पर भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। राजेश चपलोत अपनी पत्नी प्रतिभा के साथ कंपाला में रहते हैं। उनकी दो पुत्रियां कृति और सवि हैं, जो इस समय क्रमश: लंदन और दुबई में कार्यरत हैं।

Related posts:

महाराणा प्रताप स्मारक अभियान संस्था के सदस्यता अभियान की शुरुआत सिटी पैलेस में डॉ. लक्ष्यराज सिंह मे...

नारायण सेवा संस्थान के 38वें सामूहिक विवाह ने दिया पर्यावरण एवं स्वच्छता का संदेश

HowUdaipur SWIGGY’D 2022

Hindustan Zinc celebrates International Week of Deaf people by embracing Inclusive Initiatives

होली पर्व धूमधाम से मनाया

शिव नारायण ज्वैलर्स ने 8 गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड्स® जीत कर इतिहास रच...

लेखांकन एवं व्यवसायिक सांख्यिकी विभाग के शोधछात्र पूर्वोत्तर विश्वविद्यालयों के साथ शोध विनिमय पर

डॉ. भानावत को राष्ट्र भारती सम्मान

भ्रष्टाचार किसी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा : मुख्यमंत्री भजनलाल

वीआईएएफटी के छात्रों के परिधान पहन रैंप पर उतरे देश के जाने माने मॉडल्स

मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य अरविंद सिंह मेवाड़ का निधन

एचडीएफसी बैंक को 17,616 करोड़ का लाभ