उदयपुर : गीतांजली मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (जीएमसीएच) ने अपने पहले वर्ष के एमबीबीएस छात्रों का भव्य स्वागत करते हुए एक प्रेरणादायक ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में 250 नए छात्रों और उनके अभिभावकों ने भाग लिया, जो उनके चिकित्सा पेशे की यात्रा की शुरुआत का प्रतीक बना।
कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. मनजिंदर कौर, अतिरिक्त प्राचार्य, जीएमसीएच, द्वारा शैक्षणिक मार्गदर्शन के साथ हुई, जिसमें उन्होंने छात्रों को अकादमिक ढांचे से परिचित कराया और उनकी पढ़ाई में मेहनत और समर्पण के महत्व पर जोर दिया। इसके बाद, मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. हरप्रीत सिंह ने अस्पताल की संरचना और चिकित्सा सुविधाओं का परिचय दिया, जो छात्रों की व्यावहारिक शिक्षा में सहायक होंगी।
कार्यक्रम में डॉ. जितेंद्र जींगर, प्रोफेसर और मनोचिकित्सा विभाग के प्रमुख, ने रैगिंग के खिलाफ जागरूकता और जीएमसीएच की सख्त एंटी-रैगिंग नीति पर प्रकाश डाला, जिससे छात्रों में एक सुरक्षित और सम्मानजनक वातावरण की भावना का संचार हुआ।
जीएमसीएच की डीन डॉ. संगीता गुप्ता और कुलपति डॉ. राकेश व्यास ने नए छात्रों को बधाई दी और उन्हें संस्थान और चिकित्सा पेशे में स्वागत किया। डॉ. व्यास ने चिकित्सा क्षेत्र में करुणा, सहानुभूति और सेवा के महत्व पर जोर दिया।
जीएमसीएच के चेयरमैन श्री जे.पी. अग्रवाल ने छात्रों को संबोधित करते हुए जीवन, करियर और पेशे के लिए अच्छी आदतों के विकास पर जोर दिया। उन्होंने अनुशासन, निरंतरता, सहानुभूति और संचार कौशल के महत्व पर बल देते हुए इन्हें एक सफल चिकित्सा पेशेवर बनने के लिए आवश्यक बताया।
कार्यक्रम का समापन उत्साहपूर्वक व्हाइट कोट सेरेमनी के साथ हुआ, जिसमें प्रोफेसरों ने नए छात्रों को सफेद कोट पहनाकर उन्हें चिकित्सा पेशे में विधिवत प्रवेश दिलाया। इस सेरेमनी ने छात्रों को चिकित्सा क्षेत्र में उनके समर्पण और सेवा के पथ पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
यह ओरिएंटेशन कार्यक्रम छात्रों के लिए एक अविस्मरणीय और प्रेरणादायक अनुभव रहा, जिसने उनके शैक्षणिक सफर की सकारात्मक शुरुआत की।