रात्रि 10 बजे से होगी विशेष पूजा
उदयपुर। फाल्गुन कृष्ण त्रयोदशी तदनुसार 18 फरवरी को कैलाशपुरी स्थित मंदिर श्री एकलिंगजी में महाशिवरात्रि का महोत्सव रात्रि 10 बजे से मनाया जाएगा। त्रिकाल पूजा सामान्य दिनों की तरह होती है।
श्री एकलिंगजी ट्रस्ट के अनुसार महाशिवरात्रि की विशेष पूजा रात्रि 10 बजे से आरम्भ होती है जो चार प्रहर तक निरन्तर चलती रहती है और दूसरे दिन 19 फरवरी प्रातः 11.30 से 12.00 बजे के बीच पूर्ण होगी। चारों प्रहर की पूजा में विशेष शृंगार, किया जाता है। विशेष पंचामृत धारण होता है। महाशिवरात्रि पर चारों प्रहर की पूजा में प्रत्येक प्रहर में 13 रूद्रीपाठ होते हैं। प्रत्येक प्रहर में सवा नौ किलो प्रत्येक दूध, दही, घी, शहद एवं शक्कर का पंचामृत श्री एकलिंगनाथजी को धारण होता है। इस प्रकार कुल सवा 46 किलो की मात्रा में पंचामृत की सामग्री एक प्रहर मंे चढ़ाई जाती है एवं 52 रूद्राभिषेक होते हैं।
महाशिवरात्रि पर चारों प्रहर पैलेस बैण्ड बजता रहता है। चारों प्रहर की पूजा में दर्शन शनिवार 18 फरवरी रात्रि 10.00 बजे से दूसरे दिन 19 फरवरी अपरान्ह तक निरन्तर खुले रहेंगे, क्योंकि महाशिवरात्रि की पूजा निरन्तर चलती रहती है। दर्शनार्थी बुधवार सुबह 11.30 बजे तक महाशिवरात्रि के दर्शन लाभ ले सकेंगे। इसके बाद नियमित त्रिकाल पूजा आरम्भ होगी जिसके चलते सामान्य दर्शन पुनः रविवार रात्रि 8 बजे तक लगातार खुले रहेंगें।
ट्रस्ट की ओर से सभी श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे शनिवार सुबह की बजाय रात्रि 10 बजे से रविवार दोपहर तक शिवरात्रि के दर्शनों का लाभ लेवें।