सुरक्षा में तत्परता के लिए देबारी फायर सेफ्टी टीम का प्रषासन ने की सराहना
उदयपुर। किसी भी आपदा और आपातकालीन परिस्थिति में हिन्दुस्तान जिंक की फायर सेफ्टी टीम उससे निपटने के लिए सक्षम है जिसे अपने संयंत्र और माइंस ही नहीं शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में भी साबित करके दिखाया है। इसके लिए प्रषासन और जिंक प्रबंधन ने इस जाबांज टीम की तारीफ एवं पुरस्कृत कर समय समय पर हौंसला अफजाई की है।
जिंक स्मेल्टर देबारी, फायर सेफ्टी टीम ने पीएचईडी (पब्लिक हेल्थ इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट) उदयपुर में क्लोरिन के बड़े रिसाव पर तत्परता से नियंत्रण कर लिया। शुक्रवार दोपहर पीएचइडी भवन में टोनर वाल्व से एक विषाल क्लोरिन गैस का रिसाव हो गया था। लगभग 12.30 बजे देबारी प्रबन्धन को क्लोरीन गैस के बारे में पीएचइडी अधिकारियों ने सहायता के लिए सूचित किया तुरंत ही लोकेषन सुरक्षा हेड ने बचाव टीम को क्लोरीन किट, 5 बैग कॉस्टिक सोडा, रासायनिक सूट, एससीबीए सेट सहित मौके पर पहुंचने और आस-पास के समुदाय की मदद करने का निर्देष दिया। देबारी फायर एण्ड रेस्क्यू टीम ने तत्परता से गैस रिसाव पर काबू कर लिया। पुलिस, स्थानीय प्रषासन और पीएचइडी अधिकारियों ने समुदाय की सेवा एवं बड़ी घटना पर समय पर तत्परता से सफल प्रयास के लिए हिन्दुस्तान जिंक प्रबन्धन की सराहना की। देबारी फायर रेस्क्यू टीम में प्रखर पारीक (इंजीनियर), नरेन्द्र सिंह, हिम्मत सिंह, अजय सिंह, नरेन्द्र मेघवाल और गौरव बैरागी सम्मिलित है।
जिंक की पहले भी रिको एरिया कलड़वास में पेंट फैक्ट्री में लगी आग को काबू पाने पर जिला प्रषासन ने सराहना की थी। इन्होंने स्थानिय प्रषासनिक अग्नि सुरक्षा कार्मिकों और लोगो की मदद से न सिर्फ त्वरित गति से विषाल फैलती आग पर काबू पाया बल्कि आस-पास के स्थानों पर फैलने से भी बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके इस प्रषंसनीय कार्य की पुलिस प्रषासन एवं फैक्ट्री प्रबंधन ने भी सराहना की। इसी प्रकार जिंक अपने कार्य क्षेत्र के आस पास किसी भी प्रकार की आपदा की स्थिति में जानमाल की सुरक्षा के लिए सदैव तत्पर रहता है। जिंक द्वारा अपने संयंत्र और खनन क्षेत्र के परिचालन के निकटस्थ खास कर गर्मियों में खेतों में लगने वाली आग पर काबू पाने में प्रषासन के साथ प्रमुख भूमिका निभा रहा है।