कृषि फार्म पौंड से सालाना लाखों की आय

एक ही पौंड से ले सकते हैं दस तरह के फायदे
उदयपुर।
आप कृषक हैंऔर आपके पास एक से दो एकड़ जमीन है और उसमें वर्षा के पानी को स्टोरेज करने के लिए अगर फार्म पौंड बना रखा है तो अकेले पौंड वाले भू-भाग पर एक नहीं पूरे दस तरह के फायदे लिये जा सकते हैं। इससे लाखों रुपए की आमदनी की जा सकती है। वरिष्ठ पत्रकार विमलेश शर्मा ने बताया कि माना कि आपके पास दो एकड़ का कृषि फार्म है। उसमें सबसे पहले फार्म पौंड बनाना पड़ेगा। पौंड पर सरकार से नब्बे हजार से 20 लाख रुपए तक यानी 75 प्रतिशत सब्सिडी मिलती है। उदाहरण के तौर पर एक बीधा में फार्म पौंड बनवाना है तो उस पर करीब साढ़े छह लाख रुपए के आसपास का खर्चा बैठता है। इस पर सरकार से पांच लाख रुपए की सब्सिडी मिल जाएगी। अगर खुद का ट्रेक्टर व खुदाई के संयत्र आदि हैं तो बाकी का खर्चा बचाया जा सकता है और पौंड सरकार से मिली सब्सिडी में ही बनकर तैयार हो जाएगा।
पौंड में एकत्र वर्षा जल खेत की सिंचाई में तो काम आएगा ही उसके साथ इसमें मछली व बतक पालन भी किया जा सकता है। मछली का बीज सरकार की तरफ से मत्स्य पालकों को बहुत से प्रदेशों में फ्री में भी दिया जाता है। इस पौंड पर जालीदार घर बनाकर मुर्गी पालन किया जा सकता है और इस घर के ऊपर छाया के लिए सोलर प्लांट लगा सकते हैं। इस पौंड के पास अगर दो छोटे पौंड और बना ले तो एक में कमल और एक में सिंघाड़े की खेती की जा सकती है। इन्हीं छोटे पौंडों में सिप डाल मोती की खेती की भी जा सकती है। बतख, मुर्गे की बिंठ मछली के भोजन के रूप में काम आती है। मछली से प्राप्त बेस्ट से ऐसी खाद बन जाती है जो खेती में सबसे उपयुक्त है।
जयपुर से अजमेर राष्ट्रीय मार्ग पर बीचून के पास भैराणा गांव में राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत किसान सुरेन्द्र अवाना अपने शिवम डेयरी व कृषि अनुसंधान केन्द्र पर कुछ ऐसे ही नवाचार कर रहे हैं। वर्तमान में वे फार्म पौंड से पांच तरह के फायदे ले रहे हैं और आने वाले छह महीनों में वे दस तरह के लाभ लेने लग जाएंगे। श्वेत व हरित क्रांति के साथ राजस्थान में नीली क्रांति (मछली पालन) लाने में जुटे अवाना के अनुसार पौंड पर ये नवाचार कर 10 से 15 लाख रुपए सालाना की आसानी से कमाई की जा सकती है। दस तरह के नवाचार से तो आमदनी को 50 लाख रुपए सालाना किया जा सकता है।

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