रणेशजी में शिक्षा-चिकित्सा, स्वास्थ्य सुधार एवं सहायता शिविर

उदयपुर। दीन-हीन, निर्धन, आदिवासी वर्ग के उत्थानार्थ नारायण सेवा संस्थान द्वारा कोटड़ा तहसील के पीपलीखेड़ा ग्राम पंचायत के अति दुर्गम पहाडिय़ों में स्थित रणेशजी गांव में शिक्षा-चिकित्सा, स्वास्थ्य सुधार एवं सहायता शिविर संस्थान अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल के नेतृत्व में आयोजित हुआ। शिविर में कुपोषित, मेले कुचले आदिवासी बच्चों के नाखून व बाल काटकर, मंजन करवाकर उन्हें नहला-धुलाकर 150 टूथपेस्ट-ब्रश, 250 स्वेटर एवं पौष्टिक बिस्कीट बांटे गये।
प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि शिविर में आई मजदूर परिवार की औरतों को कीटाणुओं से होने वाली बीमारियांं की जानकारी दी गई। उन्हें सर्दी से बचाव के लिए 250-250 कम्बल, स्वेटर, मौजे, चप्पल वितरित किये गये। शिविर में आए 3 दिव्यांगों को वोकर, 3 को स्टीक, 1 को बैशाखी दी गयी। वहीं 2 अतिनिर्धन एवं कुपोषित परिवारों को एक महिने की राशन सामग्री दी गई। एक विधवा बहिन की दयनीय दशा पर सिलाई मशीन भेंट की गई। संस्थान की मेडिकल टीम ने 150 ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया। डॉ. अक्षय गोयल ने बताया कि इन आदिवासियों में सर्दी, जुखाम, एलर्जी, दर्द, फीवर, दाद-खुजली, केवीटी, एनिमिया जैसी बीमारीयों के लक्षण पाये गये जिन्हें नि:शुल्क दवाइयां दी गई। इन्हें रोगों के प्रति जागरूक करते हुए 200 साबून, मास्क, सेनेटाईजर आदि वितरित किये गये। शिविर में 30 सदस्य साधकों की टीम ने सेवाएं दी। शिविर का स्थानीय संयोजन आंगनवाड़ी कार्यकर्ता लीलादेवी ने तथा संस्थान की ओर से दल्लाराम पटेल, दिलीप सिंह, मनीष परिहार ने किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *