उदयपुर : नवराचना विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित “खोज विंटर स्कूल-2022” प्रदर्शनी (खोज शीतकालीन विद्यालय प्रदर्शनी-2022) मंगलवार से शुरू हुई है, जिसमें छात्रों द्वारा 30 से अधिक प्रोजेक्ट प्रस्तुत किए गए हैं। “खोज विंटर स्कूल-2022” प्रदर्शनी, नवरचना विश्वविद्यालय के सामाजिक कार्यक्रम ‘खोज’ का एक हिस्सा है, जहां छात्र नई चीजें सीखने और अपने कौशल को सुधारने के लिए फील्ड गतिविधियों में शामिल होते हैं।
पद्मश्री डॉ. एम.एच. मेहता, अध्यक्ष (गुजरात लाइफसाइंसेस प्राइवेट लिमिटेड) ने विश्वविद्यालय के प्रबंधन, शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति में “खोज” प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
इस प्रदर्शनी के उद्घाटन के अवसर पर नवराचना विश्वविद्यालय के प्रोवोस्ट (वरिष्ठ प्राध्यापक) प्रत्यूष शंकर ने कहा कि, “हमारा दृढ़ विश्वास है कि कक्षा की चार दीवारी के भीतर जो पढ़ाया जाता है उससे कहीं अधिक छात्र को सीखना होता है। हम चाहते हैं कि हमारे छात्र वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का सामना करने मे और भी सक्षम बनें। यह दृष्टिकोण वास्तव में उन्हें चीजों को अलग तरह से देखने और नई चीजों का आविष्कार करने के नए तरीके विकसित करने के लिए प्रेरित करता है। मुझे बहुत खुशी और गर्व है कि मेरे छात्रों और प्रोफेसरों ने “खोज विंटर स्कूल 2022″ में उत्साहपूर्वक भाग लिया और बहुत ही नवीन परियोजनाओं को प्रस्तुत किया है। मुझे विश्वास है कि यह पहल महत्वपूर्ण समस्याओं का समाधान खोजने में भी मदद करेगी।”
नवराचना विश्वविद्यालय की अध्यक्षा श्रीमती तेजल अमीन ने कहा कि खोज कार्यक्रम शुरुआत से ही NUV पाठ्यक्रम का हिस्सा रहा है। नवरचना एजुकेशन सोसाइटी में हम दृढ़ता से मानते हैं कि हमारे सभी छात्रों को सामाजिक मुद्दों के प्रति संवेदनशील होना चाहिए, दूसरों के प्रति सहानुभूति विकसित करनी चाहिए और समाज में दूसरों की मदद करने के लिए अपने कौशल और समझ का उपयोग करना चाहिए। खोज विंटर स्कूल प्रदर्शनी जिसकी पुनः कल्पना की गई है और इसे और अधिक गहन बनाया गया है, हमारे संस्थानों की इस आकांक्षा को साकार करने और इसे हकीकत में तब्दील करने का एक महत्वपूर्ण साधन है।”
खोज विंटर स्कूल की प्रमुख सुश्री आरजू मलिक ने कहा कि खोज विंटर स्कूल-2022 के भागरूप, 600 से अधिक छात्रों ने उनके प्रोफेसरों से मार्गदर्शन प्राप्त किया और 30 परियोजनाओं पर काम किया। इसमें व्यापक फील्ड स्टडी(क्षेत्रीय अध्ययन) के माध्यम से सामाजिक समस्याओं का गहन अध्ययन शामिल है, जिससे इसके समाधान खोजने या समस्याओं को हल करने के लिए उनकी समझ को और विकसित किया जा सकें। छात्रों ने वडोदरा के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों को कवर किया और अपशिष्ट प्रबंधन, श्रम प्रवासन, सार्वजनिक स्वास्थ्य, परिवहन योजना, शहरी पारिस्थितिकी, परिदृश्य और स्ट्रीट लाइटिंग जैसे कई विषयों पर काम किया। यहां 160 से अधिक पैनल और मॉडल प्रदर्शित किए गए हैं।” खोज विंटर स्कूल-2022 प्रदर्शनी 11 से 20 जनवरी तक प्रातः 9:00 बजे से सायं 5:00 बजे तक खुली रहेगी।