झीलों की नगरी में प्रोमो रन में 200 से अधिक जिंक परिवार और मेवाड़ी रनर्स क्लब के सदस्यों ने की भागीदारी
उदयपुर। वेदांता समूह के समुदाय हित में पिंकीसिटी जयपुर में होने वाली रन फोर जीरो हंगर में सहयोग देते हुए जिं़क सिटी उदयपुर में रविवार सुबह 200 से अधिक लोगो ने भागीदारी करते हुए 5 किलोमीटर और 10 किलोमीटर दौड में हिस्सा लिया। जिंक परिवार और मेवाडी रनर्स क्लब के सदस्यों ने अल सुबह यशद भवन से दौड शुरू कर रानी रोड एवं फतहसागर से होकर यशद भवन पर दौड खत्म की।
वेदांता समूह की कंपनी और भारत में जस्ता, सीसा और चांदी का सबसे बड़ा और एकमात्र एकीकृत उत्पादक हिंदुस्तान जिंक द्वारा आयोजित यह दौड वेदांता के रन फोर जीरो हंगर के सहयोग में की गयी। वेदांता दिल्ली हाफ मैराथन की सफलता के बाद, अब राजस्थान के जयपुर में वेदांता पिंक सिटी हाफ मैराथन के 8वें संस्करण का आयोजन 17 दिसंबर को निर्धारित है। जयपुर में मैराथन के सहयोग में उदयपुर में आयोजित दौड में अनुभवी धावकों और जिंक परिवार के सदस्यों ने दौड लगाकर समुदाय हित का संदेश दिया। समाज की बेहतरी में योगदान देने के कंपनी के उद्धेश्य के अनुरूप, हिंदुस्तान जिंक ने मैराथन और नंद घर परियोजना के भूख से निपटने के दृष्टिकोण को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
हिन्दुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और वेदांता के कार्यकारी निदेशक अरुण मिश्रा ने कहा कि मैराथन किसी के जीवन में अनुशासन और दृढ़ता का उदाहरण है। वेदांता पिंक सिटी हाफ मैराथन के साथ जुड़कर समुदाय हित में भागदारी का यह सुअवसर है। समुदाय को पुनः देने की कड़ी में यह रन फोर जीरो हंगर के तहत् आयोजित मैराथन काई बच्चा न रहे भूखा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को अग्रसर करता है।
नंद घर वेदांत की प्रमुख आंगनवाड़ी परियोजना है जिसका उद्देश्य बाल कुपोषण को खत्म करना, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करना और कौशल विकास के साथ महिलाओं को सशक्त बनाना है। नंद घर पहल के तहत् 3145 खुशी आंगनबाड़ियों में से 314 को शिक्षा केंद्रों में परिवर्तित किया गया है। इस सीएसआर पहल से देश भर के 7 करोड़ बच्चों और 2 करोड़ महिलाएं लाभान्वित हुए है।
जिंकसिटी प्रोमो रन का उद्देश्य उदयपुराइट्स में स्वास्थ्य और फिटनेस को बढ़ावा देना और रन फोर जीरो हंगर पहल के बारे में जागरूकता बढ़ाना था। सभी प्रतिभागियों को द फिनिशर मेडल प्रदान किया गया जो हिंदुस्तान जिंक द्वारा उत्पादित दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे पुरानी खदानों से प्राप्त सबसे शुद्ध और उच्चतम श्रेणी के जिंक से निर्मित है।