अपनी दरों में फिलहाल कटौती शुरू नहीं करेगा रिज़र्व बैंक : बरूआ

उदयपुर। एचडीएफसी बैंक के चीफ इकोनोमिस्ट मि. अभीक बरूआ ने उम्मीद जताई है कि आरबीआई 2024 में जून/अगस्त नीति से पूर्व अपनी दर कटौती चक्र (रेट कट साइकिल) शुरू नहीं करेगा। रिज़र्व बैंक द्वारा घोषित मौद्रिक नीति पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुऐ अभीक बरूआ ने कहा कि आरबीआई ने अपनी नीति को यथायत रखा है, क्योकि उम्मीद के मुताबिक केन्द्रीय बैंक ने अपनी नीति दर और रूख अपरिवर्तित रखा था हालांकि रिज़र्व बैंक पिछली नीति की तुलना में तरलता प्रबंधन पर कम आक्रामक लग रहा था, जिसे तटस्थता की ओर बढऩे के सकेंत के रूप में देखा जा सकता है।
इसका तात्पर्य यह है कि आरबीआई एक महत्वपूर्ण सरप्लस के खिलाफ कार्रवाई करने की संभावना रखता है, लेकिन यह भविष्य में बड़े घाटे का पक्ष भी नहीं ले सकता है। हम टैक्स आउटफ्लो के कारण तरलता पर निकट अवधि में कुछ गिरावट का दबाव देख रहे हैं, लेकिन उच्च सरकारी खर्च और विदेशी प्रवाह के कारण 2024 से शुरू होने वाली स्थिति अधिक आरामदायक होगी। इसके अलावा, आज आरबीआई द्वारा सप्ताहांत और छुट्टियों पर एसडीएफ और एमएसएफ विंडो खोलने जैसे संरचनात्मक परिवर्तन भी सिस्टम में अधिक सिमेट्रिक तरलता संतुलन में मदद कर सकते हैं। आने वाले महीनों में ओवरनाइट रेट एमएसएफ के करीब होने से रेपो रेट की ओर बढऩा शुरू हो सकता है। तरलता का रुख भी आरबीआई के मुद्रास्फीति पूर्वानुमान के अनुरूप प्रतीत होता है जो वित्त वर्ष 2015 में पहली तिमाही और दूसरी तिमाही में 5.2 प्रतिशत और 4 प्रतिशत की ओर क्रमिक वृद्धि दर्शाता है।
नीति में दूसरा बदलाव यह था कि वित्त वर्ष 2024 के लिए सकल घरेलू उत्पाद के पूर्वानुमान में 7 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई – जो कि पूरे वर्ष के लिए 6.8 प्रतिशत की हमारी अपेक्षा से अधिक है। दिलचस्प बात यह है कि अगले वित्तीय वर्ष के लिए, आरबीआई जीडीपी अनुमान भी पहली तिमाही और वित्तीय वर्ष 25 की दूसरी तिमाही में 6.7 प्रतिशत और 6.5 प्रतिशत के उच्च स्तर पर बना हुआ है। क्या ये उत्साहित आंकड़े संकेत देते हैं कि मौद्रिक नीति को लंबे समय तक सख्त बनाए रखने की गुंजाइश है या वास्तव में मौद्रिक नीति में कुछ ढील से समर्थन मिलने की संभावना है, यह एक खुला प्रश्न बना हुआ है।

Related posts:

जाग्रत हनुमानजी को धराया छप्पन भोग

स्वाधीनता दिवस पर टीएडी मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने फहराया राष्ट्रीय ध्वज

हर विधानसभा पेपरलेस विधानसभा बने : ओम बिरला

JK Tyre Revenue up by 31%

गरीब की  बुनियादी जरूरतें पूरी कर भारत को मजबूत बनाएं - खराड़ी

उदयपुर संभाग के सागवाड़ा में दिखी काली गिलहरी

कलक्टर ने किया सेटेलाइट अस्पताल हिरण मगरी का निरीक्षण

फील्ड क्लब कार्निवल : खिताबी मुकाबलों के साथ सात दिनों से चल रहे रोमांच को विराम

डॉ. देवेन्द्र सरीन रचित पोस्टर का विमोचन

राजकोट के शाही परिवार की उदयपुर में हुई रॉयल वेडिंग

एचडीएफसी बैंक ने ग्रामीण भारत के किसानों के लिए ‘ई-किसान धन’ ऐप लॉन्च किया

इंतेजामिया सोसायटी मस्जिद मदरसा अलीपुरा के सदर बने मोहम्मद इकबाल शेख