वेदांता द्वारा उपलब्ध प्राथमिक सेवाओं से राज्य के 6 जिलों के ग्रामीण लाभान्वित

उदयपुर । राजस्थान के 6 जिलों में ग्रामीण समुदाय की स्वास्थ्य आवश्यकता में सहायता उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता के साथ, वेदांता समूह की हिन्दुस्तान जिंक और केयर्न ऑयल एंड गैस की पहल ग्रामीण क्षेत्र के लिए लाभदायक साबित हो रही है। खासकर ग्रामीण क्षेत्र जहां सीमित या किसी प्रकार की प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं होने वाले क्षेत्र में कंपनी द्वारा दी जा रही सुविधाओं का विशेष ध्यान केंद्रीत है।

भीलवाड़ा राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. शलभ शर्मा ने कहा, “ आज जिस आरटीपीसीआर टेस्टिंग लैब को हम चला रहे हैं उसे डोनेशन के जरिए उपलब्ध कराने के लिए मैं हिंदुस्तान जिंक के प्रयासों की सराहना करना चाहता हूँ। हम जो कोविड की जांच करते हैं उसमें लैब एक अतुलनीय भूमिका अदा करती है। आवश्यकता के समय जिंक की अनुकरणीय पहल से आमजनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ मिल सकेंगी। मैं जिंक को समाज और समुदाय की भलाई के लिए धन्यवाद देना चाहता हूँ।

बाड़मेर के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएल मनसुरिया ने कहा, केयर्न ऑइल एंड गैस, वेदांता द्वारा सीएसआर कार्यक्रमों के अंतर्गत बाड़मेर क्षेत्र में स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं में सुधार के प्रयास किए जा रहे हैं। पीपीपी मॉडल का इस्तेमाल करते हुए कंपनी द्वारा सरकारी जिला अस्पतालों को सैनिटाइज किया जा रहा है और बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराई जा रही हैं जो  सराहनीय है। कोविड काल के दौरान कंपनी द्वारा प्रशंसनीय कार्य किया गया है (बेहद उन्नत एंबुलेंस, सुरक्षा किट, एन95 मास्क, कपड़े के मास्क, फिलिप्स बी-पीईपी वेंटिलेटर्स, हैंड सैनिटाइजर सोडियम हाइपो-क्लोराइड, कोविड टेस्टिंग वीटीएम किट इत्यादि)। कंपनी द्वारा उच्च गुणवत्ता और पूर्व-निर्धारित मानक उपलब्ध कराए गए हैं जो कोविड-19 के खिलाफ जंग में बेहद अनिवार्य साबित हो रहे हैं। सामाजिक चिंताओं को ध्यान में रखते हुए कृपया इन सेवाओं को उपलब्ध कराना भविश्य में भी जारी रखा जाएं ताकि आम जनता इसका लाभ प्राप्त कर सके।

बाड़मेर के जिला चिकित्सालय में स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार लाने के लिए केयर्न ने दो प्रमुख कार्यक्रम किए, स्वास्थ्य और सफाई को लेकर जागरुकता निर्माण के लिए ‘हरा बाड़मेर, स्वच्छ बाड़मेर’ नामक अभियान और तीन चिकित्सा विशेषज्ञों को उपलब्ध कराकर सरकारी जिला अस्पतालों की स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करना। विशेषज्ञों में एक महिला स्त्री रोग विशेषज्ञ, एक ईएनटी विशेषज्ञ और एक जनरल सर्जन शामिल है। केयर्न द्वारा समर्थित डॉक्टरों द्वारा जिला अस्पताल में अब तक 45,500 से ज्यादा ओपीडी और 3,246 से ज्यादा सर्जरी और संस्थागत प्रसूतियाँ कराई गई हैं।

वेदांता समूह के अंतर्गत राजस्थान में किए गए प्रयास इस प्रकार हैं :

1. अत्याधुनिक सेवाएँ और विशेषज्ञ :

हिन्दुस्तान जिंक ने हार्ट हॉस्पिटल, उदयपुर में अत्याधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण में सहायता करके स्वास्थ्य सुविधाओं तक पहुंच बढ़ाई है। इससे हृदय रोग से पीड़ित मरीजों को किफायती हेल्थकेयर सुविधायें उपलब्ध करायी जा रही है एवं गरीबी रेखा के नीचे के मरीजों को मुफ्त उपचार मिलेगा। अस्पताल में 150 बिस्तर हैं, आईसीयू, कार्डियोलॉजी विभाग और कार्डियोलॉजी सर्जरी विभाग में अपग्रेड की गई सुविधाओं के साथ कार्डियोलॉजी के लिए एक यूनिट है। इसके साथ ही हिन्दुस्तान जिंक द्वारा संचालित चिकित्सालय हैं जहाँ कर्मचारियों, उनके परिवारों और आसपास के समुदाय सदस्यों को प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सेवाएँ उपलब्ध कराई जा रही है। वित्त वर्ष 2020-21 में लाभार्थियों की संख्या 1.3 लाख से अधिक है।

2.       स्माइल ऑन व्हील्स :

जिंक ने स्माइल ऑन व्हील्स कार्यक्रम के जरिए राजस्थान में जावर माइंस, आगुचा माइंस और चंदेरिया स्मेल्टर के आसपास के क्षेत्र के ग्रामीणों के स्वास्थ्य देखभाल की सहायता के लिए स्माइल फाउंडेशन के साथ भागीदारी की है। मोबाइल हेल्थ वैन (एमएचवी) में योग्य एवं कुशल चिकित्सकों, नर्सिंगकर्मियों, लैब टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट, ड्राइवर और स्वयंसेवकों समूह की टीम को उपलब्ध कराया गया है। जिंक द्वारा इस प्रकार के चार आरोग्य वाहन चलाये जाते हैं जो राजस्थान में तीन जिलों में 83 गाँवों में स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराती हैं। इन एमएचवी से ओपीडी सेवाओं के जरिए लाभार्थियों द्वारा कुल 30640 से ज्यादा बार प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल का लाभ लिया गया है। संतुलित आहार और श्वसन संबंधी प्रणाली के महत्व, वर्ल्ड हैंड वॉश डे और वर्ल्ड एड्स दिवस पर जागरुकता सत्र आयोजित किए जाते हैं। 1341 लोगों के लिए प्रमुख रुप से रैंडम ब्लड शुगर जाँच और हीमोग्लोबिन जाँच हेतु देखभाल के बिंदु जाँच भी संचालित किए गए हैं। 

3.       मोबाइल हेल्थ वैन (एमएचवी) :

मोबाइल हेल्थ वैन का लक्ष्य लोगों के घरों तक किफायती, पहुँच योग्य, विश्वसनीय और गुणवत्तापूर्ण सुरक्षात्मक स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएँ उपलब्ध कराना है। केयर्न द्वारा चलाई जा रही एमएचवी ने राजस्थान में 149 गाँवों में सेवाएं उपलब्ध कराई हैं। पिछले एक साल में, इन एमएचवी द्वारा चलाई जा रही ओपीडी सेवाओं से 1,14,654 से ज्यादा समुदाय सदस्यों को लाभ प्राप्त हुआ है। नियमित मल्टीस्पेशलिटी स्वास्थ्य शिविरों का भी आयोजन किया जाता है जिसमें एक स्त्री रोग विशेषज्ञ, एक ऑर्थोपेडिक, एक बाल रोग विशेषज्ञ, एक ईएनटी विशेषज्ञ, एक डेंटिस्ट और सामान्य चिकित्सक की सेवाएं उपलब्ध कराई जाती है जिससे 1,500 से ज्यादा लोगों तक लाभ पहुँचता है। 

4.       कोविड 19 महामारी से बचाव :

जिंक द्वारा 1 लाख से ज्यादा सूखा राशन और 1.5 लाख खाने के लिए तैयार भोजन के पैकेट्स उपलब्ध कराए गए हैं। 180 गाँवों को नियमित अंतराल में सैनिटाइज किया जाता है, 144 गाँवों को ओपीडी सेवाओं से लाभान्वित किया गया है, कोविड से जुड़े दिशानिर्देशों का पालन करते हुए इस अवधि के दौरान 336 ओपीडी सत्र आयोजित किए गए। जिला प्रशासन को करीब 1 लाख पीपीई किट दिए गए। इसके साथ ही कंपनी के व्यापार भागीदारों से भी अग्रिम मोर्चों और राहत सामग्री पैकेट्स उपलब्ध कराने में सहायता प्रदान की गई। सखी महिलाओं द्वारा ‘अपनी रसोई’ कार्यक्रम की शुरुआत की गई जहाँ स्वयं सहायता समूहों द्वारा भोजन तैयार किया गया और श्रमिक मजदूरों और जरुरतमंद परिवारों तक पहुँचाया गया। यह कार्यक्रम अजीम प्रेमजी फाउंडेशन की भागीदारी के साथ किया गया। महामारी के दौरान सखी महिलाओं और लेड़ीज क्लब की महिलाओं ने भी कपड़ों के मास्क की सिलाई में सहायता की। इसके अलावा भीलवाड़ा के मेडिकल कॉलेज को कोविड जांच संचालित करने के लिए एक आरटी-पीसीआर मशीन भी एचजेडएल द्वारा उपलब्ध कराई गई।

केयर्न ऑइल एंड गैस हमेशा समुदायों के साथ खड़ा रहता है और यह सुनिश्चित करने के लिए कि देश कोविड-19 के खिलाफ उसकी लड़ाई में जीत हासिल करे इसके द्वारा जमीनी स्तर के प्रयासों को संघटित किया गया है। तीन क्वारंटाइन केंद्र स्थापित किए गए हैं और इसके साथ ही 59,500 मास्क, 1,550 पीपीई सूट, 31,000 सैनिटाइजर्स, 12,000 सर्जिकल ग्लव्ज, 1,300 एन95 मास्क जिला  अस्पतालों को वितरित किए गए हैं। गंभीर रुप से बीमार मरीजों पर कोविड 19 के प्रभाव का निदान करने के लिए 10 पोर्टेबल लैब किट्स भी दिए गए हैं। जिला अस्पताल, श्रमिकों की कॉलोनी और बाजार की जगहों में फ्यूमिगेशन (धूमन) की प्रक्रिया जारी रखी गई है। हाल ही में केयर्न द्वारा जिला अस्पताल के सहयोग से उनके कर्मचारियों के टीकाकरण उपलब्ध कराने का कार्य शुरु किया गया है।

5.       विविध समुदायिक कल्याण कार्यक्रम :

–           बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार लाने और उनके आहार में पोषण मूल्य जोड़ने के लिए आंगनवाड़ियों और नंदघरों में किचन गार्डन की संकल्पना स्थापित की गई।

–           सरकार द्वारा जिले में कोविड-19 टीकाकरण अभियान की घोषणा किए जाने और इसे शुरु किए जाने के बाद एचजेडएल द्वारा उदयपुर के जिला प्रमुख चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी को एक वैन उपलब्ध कराई गई।

–           सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली में बदलाव लाने और गर्भावस्था और नवजात शिशुओं से जुड़ी समस्याओं को संभालने में सुरक्षित, समय पर एवं प्रभावी तरीकों को व्यापक स्तर पर अपनाने के लिए केयर्न ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और राजस्थान सरकार के चिकित्सा, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के साथ भागीदारी में राजस्थान के बाड़मेर जिले में सभी बेकार पड़े फर्स्ट रेफरल यूनिट्स (एफआरयू) को शुरु करने के लिए एक हस्तक्षेप कार्यक्रम की शुरुआत की। वित्त वर्ष 2019-20 में केयर्न की सहायता से शुरु किए गए दो एफआरयू द्वारा करीब 8,586 उपचार संचालित किए गए। 

6.       जिंक द्वारा भारत का पहला भूमिगत फर्स्ट ऐड एवं एम्बुलेंस केंद्र स्थापित किया

हिन्दुस्तान जिंक रामपुरा अगुचा माइंस द्वारा भारत का पहला भूमिगत फर्स्ट ऐड एवं एम्बुलेंस केंद्र स्थापित किया है। भूमिगत फर्स्ट ऐड स्टेशन एवं एम्बुलेंस केंद्र भूमिगत माइन के लिए समर्पित एक ताजी एयरबेस के साथ सुसज्जित है जहाँ एक योग्यता प्राप्त चिकित्सा पेशेवर एवं बचाव प्रमुख के कार्यभार में एक डॉक्टर के साथ एक बचाव टीम को नियुक्त किया गया है। इसके समर्पित बचाव दल और पैरामेडिकल स्टाफ के साथ इस अंडरग्राउंड माइन स्टेशन में अपनी तरह की पहली जमीन के नीचे बचाव एवं सहायता प्रणाली 24 घंटे कार्यरत रहती है। इस भूमिगत माइन स्टेशन में एईडी, ईसीजी और रिवाइविंग उपकरण के साथ सुसज्जित एक समर्पित इमरजेंसी वाहन भी उपलब्ध रहता है। इस सुविधा केंद्र में पोर्टेबल ऑक्सीजन सिलेंडरों और सलाइन बोतलों, बीपी निगरानी उपकरण, डिहाइड्रेशन मापन उपकरण और पल्स ऑक्सीमीटर के साथ विश्राम के लिए एक एयर कंडीशन्ड सुविधा इन्स्टॉल की गई है, जिसे किसी भी प्रकार की इमरजेंसी के दौरान इस्तेमाल किया जा सकता है।

7.       केयर्न पिंक सिटी हाफ मैराथॉन, जयपुर राजस्थान :

केयर्न पिंक सिटी वर्चुअल हाफ मैराथॉन (सीपीसीएचएम) के 5वें संस्करण का लक्ष्य कोविड-19 के बारे में जागरुकता फैलाना था। यह एक रिकॉर्ड तोड़ वर्चुअल मैराथॉन थी जिसमें 23 देशों के 40,195 से ज्यादा सहभागियों ने पंजीकरण करवाया। राजस्थान सरकार के अभियान ‘नो मास्क, नो एँट्री’ और ‘मास्क ही वैक्सीन है’ की तर्ज पर फेसमास्क का इस्तेमाल करने के महत्व का समर्थन करते हुए एक सप्ताह तक चलने वाले इस कार्यक्रम की शुरुआत वर्चुअल तरीके से 13 दिसंबर को सुश्री प्रिया अग्रवाल, नॉन-एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर, वेदांता लि. द्वारा की गई। सीपीसीएचएम में चार कैटेगरी रखी गई थी- 2 किमी, 5 किमी, 10 किमी और 21 किमी और इसमें सरकारी प्रशासन, पुलिस विभाग, बीएसफ और सशस्त्र सेनाओं से जुड़े लोगों, एनसीसी छात्रों, दौड़ने वाले समूहों, कॉर्पोरेट समूहों, युवा क्लब, नेहरु युवा मंडल, स्वयं सेवी समूहों, किसान क्लब और छात्रों ने हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी उनका समर्थन व्यक्त किया।

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