हिंदुस्तान जिंक भारत की एकमात्र खनन कम्पनी ग्लोबल सस्टेनेबिलिटी ईयरबुक-2020 में शामिल

उदयपुर। हिंदुस्तान जिंक भारत की एकमात्र खनन कंपनी है जो राबेकोएसएएम (ग्लोबल ईएसजी डेटा रेटिंग एण्ड बेंचमार्किंग एजेंसी) द्वारा लगातार तीसरे वर्ष सस्टेनेबिलिटी इयरबुक में विश्व स्तर की 79 धातु एवं खनन कंपनियों की सूची में सस्टेनेबिलिटी लीडर्स के रूप में शामिल किया गया है।

सस्टेनेबिलिटी ईयरबुक रोबेकोएसएएम द्वारा वार्षिक प्रकाशन है जिसमें विश्व की सबसे बड़ी कंपनियों की सस्टेनेबिलिटी परफोर्मेंस तथा 15 प्रतिशत प्रत्येक उद्योग श्रेणी की कंपनियों को शामिल किया जाता है। रोबेकोसम द्वारा कार्पोरेट सस्टेनेबिलिटी परफॉर्मेंस के लिए 61 उद्योग क्षेत्र की 4710 कंपनियों का मूल्यांकन किया गया था जिसमें से 458 कंपनियां सस्टेनेबिलिटी ईयरबुक-2020 में शामिल करने के लिए योग्य पायी।

ज्ञातव्य रहे कि इस वर्ष भारतीय कंपनियों में हिन्दुस्तान जिं़क के अलावा महिन्द्रा, अम्बुजा सीमेन्ट, महिन्द्रा फाइनेन्सियल सर्विसेज, विप्रो, टेक महिन्द्रा, इंफोसिस, टाटा कंसल्टेन्सि एण्ड टाटा स्टील सम्मिलत की गई है।

हिंदुस्तान जिंक, भारत की एकमात्र एवं विश्व की अग्रणीय एकीकृत जस्ता-सीसा एवं चांदी उत्पादक कंपनी जो लगातार सुरक्षा, पर्यावरण संरक्षण, जल और ऊर्जा संरक्षण तथा आधारभूत ढांचे के निर्माण के लिए उत्कृष्ट कार्य कर रही है तथा यह उपब्लिध कंपनी द्वारा सस्टेनेबिलिटी के प्रति सशक्त प्रतिबद्धता एवं निरन्तर प्रयासांे की मान्यता का प्रमाण है।

Related posts:

बालाजी आश्रम में गौ सेवा

अर्बन स्क्वायर मॉल दुनिया की सबसे बड़ी आउटडोर पेंटिंग और दुनिया की सबसे लंबी इनडोर पेंटिंगेनिर्माण क...

Hyundai Motor India Launches ‘Grameen Mahotsav’

iStart Ideathon launched for the Youth of Rajasthan in 6 Cities

एचडीएफसी बैंक ने किया एक्सपोर्ट इम्पोर्ट बैंक ऑफ कोरिया से एमओयू

लेक्सस इंडिया ने नया वर्चुअल गेस्ट एक्सपीरियंस सेंटर लॉन्च किया

HDFC Bank launches Regalia Gold Credit Card

Hindustan Zinc Becomes the World’s Largest Integrated Zinc Producer

श्री एकलिंगजी ट्रस्ट संबंधित मन्दिरों में दीपोत्सव व विशेष पूजा-अर्चना

हिंदुस्तान जिंक की चार खदानों को ए सूची श्रेणी के तहत 5-स्टार रेटिंग

108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ की वेदियों का निर्माण पूर्ण

हिन्दुस्तान जिंक द्वारा ड्रोन तकनीक से जावरमाला खदान के दुर्गम क्षेत्रों का सर्वेक्षण