गुजरात पोर्ट एंड लॉजिस्टिक्स कंपनी लि. ने सीकोस्ट शिपिंग सर्विसेज लि. के प्रस्ताव को स्वीकारा

उदयपुर। गुजरात पोर्ट एंड लॉजिस्टिक्स कंपनी लि. (जीपीएलसीएल) को गुजरात मैरीटाइम बोर्ड द्वारा एसयूपी जारी किया जा रहा है और जीएसएफसी ने सीकोस्ट शिपिंग सर्विसेज लि. (एसएसएसएल) द्वारा प्रस्तावित प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है, जिसमें छोटे बंदरगाहों से बड़े बंदरगाहों तक बोगियों के माध्यम से कंटेनरों और बल्क कार्गो की तटीय गति को विकसित किया जा रहा है। उपरोक्त परियोजना भारत सरकार, जहाजरानी मंत्रालय द्वारा भूमि यातायात को कम करने के लिए सागर माला योजना की ओर पहला कदम होगा जो पर्यावरण के लिए फायदेमंद होगा और उच्च लागत प्रभावी एग्जिम व्यापार होगा और अर्थव्यवस्था में प्रमुख भूमिका निभाएगा।
उपरोक्त परियोजना में उच्च राजस्व आय होगी जो वर्तमान व्यवसाय में अतिरिक्त रूप से 200 करोड़ से अधिक का कारोबार बढ़ाएगी और 100 कर्मचारियों को प्रसारित करने की स्थिति में होगी। इसके अलावा एसएसएसएल ने जीपीएलसीएल को दीर्घकालिक सहयोग के लिए संयुक्त उद्यम का प्रस्ताव दिया है जो सरकार की नीति के अनुसार लागू करने की प्रक्रिया के तहत है
बीएसई लिस्टेड (542753) सी कोस्ट, मुंद्रा पोर्ट से कंटेनर्स द्वारा कृषि संबंधी वस्तुओं के निर्यात संचालन जैसे अग्रेषण और देखभाल करने वाली श्रेष्ठ तीन कंपनियों में से एक है। यह कंपनी एक ही छत के नीचे सारे लॉजिस्टिक्स समाधान प्रस्तुत करने के साथ आधुनिक ड्राय वेसल्स के अंतर्राष्ट्रीय जहाज संचालन की सुविधाएं भी प्रदान करता है। यह प्रतिवर्ष लगभग 5.0 मिलियन मेट्रिक टन बल्क ( इकाईकृत समुद्री सामना) को समुद्री मार्ग से भेजता है। स्पॉट बिजऩेस के विशेषज्ञ के रूप में सी कोस्ट का पूरा ध्यान सूखी थोक रसद और कंटेनर्स के भाड़े के अग्रेषण का कार्य इनलैंड रोड लॉजिस्टिक्स के साथ करती है। कंपनी कार्गो को बंदरगाह तक यातायात करने से लेकर निर्यात करने तक की समस्त सेवाएं और मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स बाधा रहित सेवाएं प्रदान करती है। यह पूरे संसार में ड्राय बल्क कार्गो के माध्यम से समुद्री मार्ग द्वारा भेजने की समस्त सेवाएं एक ही स्थान पर प्रदान करती है। कंटेनर्स की वैश्विक कमी के कारण सीकोस्ट को ऊंची दर पर भाड़ा प्राप्त होने से इसकी आय में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। कंपनी का मुख्य काम यह सुनिश्चित करना है कि माल कुशलतापूर्वक समुद्री मार्ग से पहुंचाया जाए। जहाजों को समय पर चार्टर करना, उनके संसार भर में संचालन की जानकारी रखना, तटीय व्यापार, एक छोर से दूसरे छोर तक भाड़े पर अग्रेषण की सेवाएं प्रदान करना, कंटेनर्स के संचालन की सेवाएं प्रदान करना, उनका भंडारण और एफएमसीजी उत्पाद का यातायात करना, एक छोर से दूसरे छोर तक एफएमसीजी उत्पादों जैसे कि तरल पदार्थ, नमक, सिरेमिक आदि की भारत में माइनिंग और यातायात संचालन करना।

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