अंतिम संस्कार के दौरान लोगों ने की जमकर नारेबाजी
उदयपुर। शहर में चाकूबाजी में घायल छात्र की सोमवार को मृत्यु हो गई। मृतक का अंतिम संस्कार मंगलवार प्रात: कड़ी सुरक्षा के बीच किया गया। बच्चे को उसके पिता व चचेरे भाई ने मुखाग्नि दी। अंतिम संस्कार के दौरान लोगों ने जमकर नारेबाजी की। इससे पहले सुबह 4.30 बजे बच्चे के शव को परिवार को सौंपा गया।
सुबह सात बजे मृतक के घर से शवयात्रा निकाली गई। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। अंतिम यात्रा में उदयपुर रेंज आईजी अजयपाल लांबा के साथ प्रशासन के बड़े अधिकारी मौजूद थे। अंतिम संस्कार के दौरान ड्रोन से निगरानी की गई। यात्रा के पूरे मार्ग पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा।
उल्लेखनीय है कि सोमवार शाम करीब 4.30 घायल छात्र की मृत्यु की खबर फैलते ही अचानक बाजार बंद हो गए। सडक़ें सुनसान हो गईं। कुछ लोगों ने शहर में कफ्र्यू की अफवाह फैला दी। इस पर पुलिस ने मोर्चा संभाला और लोगों को खदेड़ा। शाम 5 बजे एमबी हॉस्पिटल के गेट नंबर 1, 2 व 3 पर बड़ी संख्या में हथियारबंद जवानों की तैनाती की गई। कुछ लोग हॉस्पिटल की दीवार फांदकर मॉच्र्युरी के बाहर पहुंचे और नारेबाजी करने लगे। पुलिस ने मॉच्र्युरी के बाहर से लोगों को भगाया तो वे दूर खड़े होकर नारेबाजी करने लगे। इसके बाद अंतिम संस्कार को लेकर प्रशासन व परिजनों के बीच लंबी वार्ता चली। तीन मांगों पर सहमति के बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुए। इनमें 51 लाख रुपए की आर्थिक सहायता, परिवार के 1 सदस्य को संविदा पर नौकरी और एसटी-एससी एक्ट मामले में कार्रवाई की मांग शामिल है।