आसियान-भारत कलाकार शिविर के दूसरे संस्करण का उद्घाटन

उदयपुर। आसियान-भारत के वार्ता संबंधों के 30 साल पूरे होने का जश्न मनाने के लिये विदेश मंत्रालय (एमईए) और सेहर ने आसियन-भारत कलाकार शिविर के दूसरे संस्करण का आयोजन किया। इसका उद्घाटन 10 अक्टूबर को नई दिल्ली के ताज एम्बेसडर में किया गया। सचिव (ईस्ट) विदेश मंत्रालय सौरभ कुमार मुख्य अतिथि थे और विदेश मंत्रालय के अधिकारी, भारत में आसियान मिशनों के राजदूत और अतिथि उपस्थित थे। इस कार्यक्रम का विषय, ‘ओशन ऑफ कनेक्टिविटी’ है, जो समंदर को परिभाषित करता है, जिससे कि आसियान देश जुड़े हुए हैं।
उद्घाटन के दौरान, आसियान कलाकारों और भारतीय कलाकारों का विदेश मंत्रालय के अधिकारियों और अन्य मेहमानों से परिचय कराया गया। शिविर में हिस्सा लेने वाले आसियान देशों के दस कलाकारों में शामिल हैं – 1. समृत केओ (पुरुष) – कंबोडिया, 2. एडी सुलिस्ट्यो (पुरुष) – इंडोनेशिया, 3. मेलिसा अबुगा-ए (महिला) – फिलीपींस, 4. ऐ मायत सो (महिला) – म्यांमार, 5. नबील फिकरी बिन हारोनली (पुरुष) – ब्रुनेई दारुस्सलाम, 6. सोन खौंपासुथ (महिला) – लाओ पीडीआर, 7. एड्रोगर रोसिली (पुरुष) – मलेशिया, 8. गुयेन फुओंग लिन्ह (महिला) – वियतनाम और 9. फत्तारापोन लीनपैनित (पुरुष)- थाईलैंड। भारत से, 1. सोनिका अग्रवाल (महिला), 2. जापानी श्याम (महिला), 3. नुपुर कुंडू (महिला), 4. लैशराम मीना देवी (महिला), 5. अंजुम खान (महिला), 6. निन तनेजा (महिला) ), 7. वनिता गुप्ता (महिला), 8. योगेंद्र त्रिपाठी (पुरुष), 9. मयूर कैलाश गुप्ता (पुरुष), 10. दिलीप धर्मा (पुरुष) और 11. बसंत भार्गव (पुरुष) शिविर में शामिल हो रहे हैं।
शिविर में आने वाले कलाकारों के लिये कई अंतरविषयक गतिविधियों को भी शामिल किया जाएगा जो उन्हें भारत की कला और परंपराओं के अन्य रूपों से अवगत कराएंगे। व्याख्यान प्रदर्शन, सेमिनार, चर्चा और अन्य शैक्षिक भ्रमण इस कैम्प का हिस्सा होंगे। कैम्प में प्रसिद्ध चित्रकार समिन्द्रनाथ मजूमदार भी एक संरक्षक के रूप में उपस्थित रहे।
विदेश मंत्रालय के सचिव (पूर्व) सौरभ कुमार ने कहा कि यह कलाकार शिविर,10 आसियान देशों और भारत की रचनात्मक ऊर्जा को एकजुट करने की एक महत्वपूर्ण युवा-केंद्रित गतिविधि है, जैसा कि हम आसियान भारत वार्ता संबंधों की 30वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। भारत और आसियान के बीच लोगों से लोगों और सांस्कृतिक संपर्क को बढ़ाना वर्तमान आसियान-भारत संबंधों का एक अभिन्न अंग है। कलाकारों के इस शिविर का लक्ष्य भारत और आसियान के बीच रचनात्मक आदान-प्रदान की परंपरा को आगे ले जाना है, वहीं दो लोगों के बीच आपसी समझ को बढ़ाने के लिये एक माध्यम के रूप में काम करना है।
संजीव भार्गव, फाउंडर डायरेक्टर, सेहर ने कहा कि आसियान-भारत कलाकार शिविर का दूसरा संस्करण, स्पष्ट रूप से इस बात का संकेत दे रहा है कि पहला संस्करण भारत और आसियान देशों के लोगों को एक साथ लाने में बेहद सफल रहा। यह कैम्प उदयपुर में आयोजित किया जाएगा, जहाँ कलाकार अपनी कलाकृति तैयार करेंगे, एक-दूसरे के साथ समय बिताएंगे और आपस में विचार साझा करेंगे। ये लोग हिस्सा लेने वाले सभी देशों की समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं और विरासत से रू-ब-रू होंगे। नौ दिवसीय शिविर उदयपुर के ताज अरावली रिजॉर्ट में आयोजित होगा है, जहां कलाकार अपनी कलाकृति पर काम करके प्रेरक कलाकृतियां बनाएंगे। अपने प्रवास के दौरान, कलाकार विभिन्न विषयों पर बातचीत और पैनल चर्चा में शामिल होंगे और उदयपुर में सिटी पैलेस, पिछोला झील और शहर के बाजार जैसे खूबसूरत स्थानों को देखेंगे। 19 अक्टूबर को, लोगों और स्थानीय नगर प्रशासन के लिए आयोजन स्थल पर कलाकृतियों का प्रदर्शन किया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *