हैंडी क्राफ्ट से लेकर मशीन क्राफ्ट तक सजा लघु उद्योग मेला

-आईआईएफ-2025 में उमड़ रही भीड़-

उदयपुर । कोई भी स्टाल ऐसा नहीं है जहां ठहरने की इच्छा न हो। हर स्टाल पर रुककर वहां के उत्पाद और मशीनरी को समझने का मन करता है। पूरे मेले को घूमने में दो घंटे भी कम लग रहे हैं।
कुछ ऐसा ही नजारा है उदयपुर में लघु उद्योग भारती के तत्वावधान में डीपीएस मैदान में चल रहे चार दिवसीय इंडिया इंडस्ट्रियल फेयर-2025 का। यहां हैंडी क्राफ्ट से लेकर मशीन क्राफ्ट तक हर वस्तु सजी है। एक ओर थ्रीडी तकनीक से रोबोट घर बनाने का प्रदर्शन कर रहा है तो दूसरी ओर कंटेनर के उपयोग से बना ऑफिस सभी को लुभा रहा है। कृषि प्रसंस्करण और हॉर्टिकल्चर भी यहां नई तकनीकों के साथ उपस्थित हैं। यहां तक कि आयुर्वेद, जड़ी-बूटी और परम्परागत तकनीक से बने हर्बल तेल व अन्य उत्पाद भी मेले का हिस्सा बने हैं। और सबसे अनूठा अहिल्या बाई डोम है जहां महिला शक्ति का अलग ही नजारा है। हैंडमेड कुर्ती, कुशन, जूट के बैग, मोमबत्ती सहित कई आकर्षक वस्तुओं की डिजाइन सभी को ठहरने पर मजबूर कर रही हैं।
दूसरे ही दिन मेले में सुबह से ही लोगों की रेलमपेल शुरू हो गई जो रात तक जारी रही। सिर्फ उदयपुर ही नहीं, आसपास के अन्य शहरों से भी लोग यहां आ रहे हैं। कोई तकनीक समझने आ रहा है तो कोई स्टार्ट अप्स की जानकारी लेने आ रहा है। मेला संयोजक तरुण दवे बताते हैं कि चार डोम में समान आकार में बांटी गई 400 स्टॉल्स फुल हैं। इन 400 स्टॉल्स में दो-तीन-चार के जोड़े में भी उद्यमियों ने अपनी आवश्यकतानुसार स्टाल्स ली हैं। कुल 280 उद्यमी यहां अपने उत्पादों और तकनीक के साथ उपस्थित हुए हैं। ये उद्यमी राजस्थान के विभिन्न शहरों सहित राजकोट, अहमदाबाद, खंडवा, चैन्नई तक से आए हैं।
लघु उद्योग भारती के जिलाध्यक्ष मनोज जोशी ने बताया कि शनिवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक श्रीवर्धन ने भी मेले की हर स्टाल का अवलोकन किया। उन्हें मेला संयोजक तरुण दवे, सह संयोजक मुकेश सिन्हा, पूर्व महापौर रजनी डांगी, पवन कोठारी आदि ने मेले की विस्तृत जानकारी दी।
डोम-2 में कैफेटेरिया भी लुभा रहा
-डोम-2 के मध्य में खूबसूरत सोफा सेट लगाकर कैफेटेरिया भी बनाया गया है। घूमते-घूमते थक जाने पर कॉफी के साथ कुछ देर बैठने का लुत्फ भी मेलार्थी उठा रहे हैं।
पार्किंग के लिए अपील
-मेला संयोजक तरुण दवे ने शहरवासियों से अपील की है कि निर्धारित पार्किंग स्थल पर जगह नहीं मिलने पर मेला प्रांगण के बाहर अपने वाहनों को कुछ दूरी पर सुव्यवस्थित रखें, ताकि दूसरों को वाहन निकालने में परेशानी न हो। रविवारीय अवकाश पर संख्या बढ़ने के मद्देनजर मेला प्रबंधन टीम ने शनिवार को अतिरिक्त पार्किंग की व्यवस्था भी की। मेला 13 जनवरी तक चलेगा।

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