संस्कारों की गिरावट इस दौर की सबसे बड़ी चुनौती : मुनि सुरेशकुमार

उदयपुर। तेरापंथ भवन नाइयों की तलाई में अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद निर्देशित, तेरापंथ युवक परिषद उदयपुर के बैनर तले  शासन की मुनि सुरेशकुमार के सान्निध्य में जैन संस्कार विधी रक्षाबंधन कार्यशाला का आयोजन हुआ।
सभा मंत्री विनोद कच्छारा ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत नमस्कार महामंत्रोच्चारण से शुरू हुई। कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए ध्यान साधक शासनश्री मुनि सुरेशकुमार ने कहा कि संस्कारों की गिरावट इस दौर की सबसे बड़ी चुनौती है। पाश्चात्य संस्कृति बुनियादी संस्कारों को धूल धुसरित करती जा रही है। यह आचार्यश्री तुलसी की दिव्य मेधा का परिणाम है कि हमें हमारे पर्वों त्योहारों के आयोजनों में जैन संस्कार विधि विरासत में मिले हैं। इससे जैनत्व के संस्कार पुष्ट होंगे।
संस्कारक मनोज लोढ़ा ने कहा कि जैन संस्कार विधी में बच्चे के जन्म से मृत्यु तक सभी उपक्रमों में शामिल किया गया है। यह हमारा परम दायित्व है कि इन्हें अपनी जीवनशैली बनाकर स्वयं को कृतार्थ करें। संस्कारक पंकज भंडारी ने रक्षा बंधन पर्व को जैन संस्कार विधि से मनाने के प्रशिक्षण के साथ विविध जैन मंत्रों को सस्वर उच्चारित किया। स्वागत तेयुप अध्यक्ष अक्षय बड़ाला ने किया जबकि आभार भूपेश खिमेसरा ने ज्ञापित किया। इस अवसर पर अभातेयूप के राष्ट्रीय सदस्य अभिषेक पोखरना, अजीत छाजेड़, तेरापंथ सभाध्यक्ष अर्जुन खोखावत सहित कई गणमान्य जन मौजूद थे। संचालन परिषद मंत्री विक्रम पगारिया ने किया ।
डॉ. पी. सी. जैन के अठाइ तप का अभिनंदन
तेरापंथ भवन में मुनि सुरेश कुमार के सान्निध्य में डॉ. पी. सी. सहलोत के अठाई तप का अभिनंदन समारोह आयोजित हुआ। आशीर्वचन के रूप में मुनि सुरेश कुमार ने कहा कि सर्वोच्च मनोबल वाला व्यक्ति ही तपस्या कर सकता है। तपस्वी की तपस्या के प्रति मंगल कामनाएं। कार्यक्रम में तप से तपस्वी अभिनंदन के क्रम में तपस्वी पी.सी. सहलोत का विक्रम पगारिया ने पांच की तपस्या के संकल्प से अभिनंदन किया।
मिशन अर्हत  वंदना में श्रावकों ने की वीतराग वंदना
मिशन अर्हत वंदना अ ट्रिब्यूट टू द डिवाइन सोल्स कार्यक्रम में मुनि सम्बोध कुमार ‘मेधांश’ के मार्गदर्शन में श्रावक-श्राविकाओं ने अनुशासित पंक्ति में आचार्य तुलसी द्वारा रचित अर्हत वंदना का समुह गान कर वीतराग वंदना की।
सभा मंत्री विनोद कच्छारा ने बताया कि 7 अगस्त को प्रात: 8.45 से 9.45 तक दु:ख को जीतने के मंत्र, विषय पर रविवारीय प्रवचन, 9.45 से 10 बजे तक देश के प्रसिद्ध बांसुरी वादक दिलीप गांधी द्वारा देशभक्ति व अणुव्रत गीतों की धुनों पर बांसुरी वादन किया जायेगा। वहीं 10 बजे से कागज के सी.ई.ओ स्नेहांशु गांधी द्वारा सम्बोध कार्यशाला में ऐसे करें बच्चों की परवरिश विषय पर प्रशिक्षण दिया जाएगा दिया जाएगा।

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