एचडीएफसी बैंक ने परिवर्तन स्मार्टअप ग्रांट्स के लिए स्टार्टअप इंडिया के साथ साझेदारी की

भारत में इन्क्यूबेशन के परिवेश को मजबूत बनाने के लिए 12 से 15 इन्क्यूबेटर्स के लिए ग्रांट।
इन्क्यूबेटर 50 सोशल इंपैक्ट स्टार्टअप्स को सपोर्ट व मेंटर करेंगे।
उदयपुर :
एचडीएफसी बैंक ने भारत सरकार के फ्लैगशिप अभियान, ‘स्टार्टअप इंडिया’ के साथ साझेदारी में सोशल स्टार्टअप्स के लिए अपने छठवें वार्षिक ग्रांट्स कार्यक्रम का लॉन्च करने की घोषणा की। परिवर्तन स्मार्टअप ग्रांट्स नामक इस कार्यक्रम का उद्देश्य सामाजिक प्रभाव के क्षेत्र में काम कर रहे स्टार्टअप्स की पहचान करना और उनके इन्क्यूबेटर्स को पूंजी की मदद देकर उनकी सहायता करना है।
ये ग्रांट बैंक के सामाजिक अभियानों के लिए अम्ब्रेला कार्यक्रम, परिवर्तन के अंतर्गत दी जाती हैं। अभी तक बैंक 45 से ज्यादा इन्क्यूबेटर्स को 30 करोड़ रु. से ज्यादा वितरित कर चुका है, जिससे पर्यावरण, कृषि-व्यवसाय, एड-टेक, कचरा प्रबंधन, स्वास्थ्य सेवा, और कौशल विकास के क्षेत्रों में काम करने वाले 165 से ज्यादा स्टार्टअप्स को मदद मिली है। बैंक अपने अत्याधुनिक स्मार्ट-अप कार्यक्रम द्वारा स्टार्टअप्स को सक्षम बना रहा है। यह कार्यक्रम उद्यमियों को विशेष बैंकिंग एवं वैल्यू-एडेड सेवाएं प्रदान करता है। इसका उद्देश्य स्टार्टअप्स को बैंक के मशहूर एवं अत्याधुनिक स्मार्ट फाईनेंशल टूल्स, एडवाईज़री सेवाओं, एवं टेक्नॉलॉजी की मदद से अपने लक्ष्य प्राप्त करने में समर्थ बनाना है।
एचडीएफसी बैंक की हेड, ईएसजी एवं सीएसआर, नुसरत पठान ने कहा, ‘‘वित्तवर्ष 2022 में अपने विभिन्न सीएसआर अभियानों द्वारा हमने देश में 9.6 करोड़ से ज्यादा लोगों को लाभ पहुँचाया है। हमारा उद्देश्य परिवर्तन के अंतर्गत प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष प्रयासों द्वारा लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाना, और उन्हें आत्मनिर्भर बनकर समाज का अभिन्न हिस्सा बनने में सक्षम करना है। हमें अपनी छठवीं परिवर्तन स्मार्टअप ग्रांट के लिए स्टार्टअप इंडिया के साथ अपनी साझेदारी की घोषणा करने पर गर्व है। यह ग्रांट सामाजिक रूप से जागरुक व्यवसायों को अपने उद्देश्य प्राप्त करने में मदद करेगी।’’
नेहा अग्रवाल, हेड – वेंचर इन्वेस्टमेंट्स, स्ट्रक्चर्ड फाईनेंस एवं सीएसआर फॉर स्टार्टअप्स, एचडीएफसी बैंक ने कहा, ‘‘भारत सरकार और इन्क्यूबेटर्स ने एक ऐसा परिवेश बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जो उद्यमियों को आगे बढ़ने में मदद करे। जब सामाजिक उद्देश्य या विषय के लिए काम करने की बात आती है, तो संघर्ष और ज्यादा बड़ा हो जाता है। स्मार्टअप ग्रांट्स प्रोग्राम द्वारा पिछले 5 सालों में हमने इन सोशल-इंपैक्ट स्टार्टअप्स के लिए फंडिंग की कमी को दूर करने में योगदान दिया। छठवें संस्करण में हमारे इन्क्यूबेटर पार्टनर्स और स्टार्टअप इंडिया के सहयोग से हम सभी के लिए ज्यादा प्रभावशाली परिणाम उत्पन्न करने का प्रयास कर रहे हैं।’’
इस साल बैंक टियर 2 और 3 शहरों में काम करने वाले इन्क्यूबेटर्स और स्टार्टअप्स की क्षमता का निर्माण करने पर केंद्रित होगा। चुनिंदा इन्क्यूबेटर पार्टनर्स के साथ बैंक सोशल इंपैक्ट स्टार्टअप्स को पर्यावरण के संरक्षण, किफायती हैल्थकेयर, सस्टेनेबल ग्रामीण अर्थव्यवस्था, बेहतर प्रशासन के लिए टेक्नॉलॉजी, एसएमई के लिए आर्थिक वृद्धि, लैंगिक विविधता और समावेशन के क्षेत्र में समाधानों का विकास करने के लिए पूंजी प्रदान करेगा।
इन्क्यूबेटर स्टार्टअप इंडिया पोर्टल पर जाकर ऑनलाईन आवेदन जमा कर सकते हैं। विजेताओं की घोषणा फरवरी 2023 में की जाएगी।

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